मंत्री वीके सिंह की संपत्ति पिछले पांच साल में दोगुनी हो गई तो गडकरी और हेमा की प्रॉपर्टी भी बढ़ी

नई दिल्ली,लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन का दौर जारी है। प्रत्याशी चुनाव आयोग के समक्ष अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जनरल वीके सिंह और अभिनेत्री से नेता बनी हेमा मालिनी ने अपना नामांकन कर दिया है। इसके अलावा, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों रमेश पोखरियाल निशंक और हरीश रावत, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत कई राजनीतिक दिग्गजों ने 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को अपना पर्चा दाखिल कर दिया है।
नामांकन दाखिल करते समय चुनाव आयोग को इन नेताओं के अपनी कुल संपत्ति का भी ब्यौरा दिया है। यह देखना दिलचस्प है कि केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जनरल वीके सिंह और हेमा मालिनी के कुल संपत्ति में पिछले पांच सालों के दौरान कितना इजाफा हुआ है या इनके कुल संपत्ति में कितनी कमी आई है।
नितिन गडकरी
केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया है। सन 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार विलास मुत्तेमवार को 2.84 लाख वोटों से हराया था। गडकरी ने अपने नामांकन के साथ जो हलफनामा दायर किया है, उससे पता चला है कि पिछले पांच सालों की अवधि में उनकी पत्नी कंचन गडकरी की संपत्ति में, नितिन गडकरी से पिछले पांच सालों के दौरान कई गुना बढ़ोतरी हुई हैं। नागपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी गडकरी ने सन 2017-18 में अपनी वार्षिक आय 6.4 लाख रुपए घोषित की है, जबकि 2014 के चुनाव से पहले दाखिल किए गए हलफनामे के अनुसार उनकी सालाना संपत्ति (2012-13) 2 लाख रुपए थी।
बता दें कि चुनाव आयोग के एक नए नियम के अनुसार उम्मीदवारों को अब स्वयं के साथ-साथ पिछले पांच वर्षों में उनके जीवनसाथी-बेटा-बेटी की आय की घोषणा भी करनी होती है। नितिन गडकरी की पत्नी कंचन की सालाना आय 2017-18 में 39.4 लाख रूपए है, जो कि 2012-13 में 8.3 लाख रुपए थी। गडकरी के परिवार के पास दो खेत हैं। एक कंचन के स्वामित्व में है, जबकि दूसरा संयुक्त परिवार की संपत्ति के रूप में है।
सन 2014 के हलफनामे के अनुसार, कंचन का पेशा कृषि होने के साथ-साथ एक व्यवसायी के तौर पर भी है। पिछले पांच वर्षों में गडकरी के बैंक खातों में जमा राशि 2014 के मुकाबले आधी हो गई है, जबकि कंचन की जमा राशि में लगभग सात गुना की वृद्धि दर्ज की गई है।
2014 में कंचन की जमा राशि 6 लाख से बढ़कर 2018 में लगभग 11 लाख हो गई है। गडकरी के हलफनामे से पता चलता है कि पिछले पांच सालों में कंचन के नाम से लगभग 7.4 लाख रुपए समृद्धि सहकारी बैंक लिमिटेड में जमा किए गए हैं। सन 2014 में, गडकरी का निवेश 14.8 लाख रुपए था जबकि उनकी पत्नी का निवेश 2.8 लाख रुपए था। इसके अलावा उनकी बेटी केतकी के नाम से 11 लाख रुपए का निवेश किया गया था।
सन 2019 की बात करें तो गडकरी के निवेश में लगभग 4 गुना कमी आई है, जबकि उनकी पत्नी के निवेश में 4 गुना वृद्धि हुई है। नवीनतम हलफनामे में बेटी केतकी के नाम पर कोई निवेश नहीं है। सन 2014 में नितिन गडकरी के दस कंपनियों में शेयर थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर दो रह गई है।
वीके सिंह
गाजियाबाद से सासंद जनरल वीके सिंह ने अपने नामांकन पत्र में 1.4 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति घोषित की है। सन 2014 में उन्होंने 74.06 लाख रुपए की संपत्ति की घोषणा की थी। इस बार उनकी संपत्ति लगभग दोगुनी है। सिंह की संपत्ति उनके वर्तमान हलफनामे के अनुसार 50,000 रुपए नकद और बाकी उनके बैंक खातों में जमा है। उनकी पत्नी की चल संपत्ति भी 2014 में 29.50 लाख रुपए से बढ़कर 2019 में 83.05 लाख रुपए हो गई है। जबकि उनकी अचल संपत्ति 2014 में 1.4 करोड़ रुपए थी, जो कि अब 1.97 करोड़ रुपए हो गई है। वीके सिंह के पास एक इनोवा कार और 20 ग्राम सोना है, जबकि उनकी पत्नी के पास 500 ग्राम सोने के आभूषण हैं।
हेमा मालिनी
सांसद हेमा मालिनी ने करीब 249 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है। इसमें उनके पास करीब 114 करोड़ रुपए और पति धर्मेंद्र के पास 135 करोड़ रुपए की संपत्ति है। सन 2014 में हेमा ने करीब 178 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की थी। इसमें उनके पति धर्मेंद्र की भी संपत्ति शामिल थी। तब हेमा ने कुल 57 करोड़ 99 लाख 34 हजार 440 रुपए की संपत्ति बताई थी। जबकि, धर्मेंद्र के पास कुल एक अरब छह करोड़ 55 लाख 25 हजार रुपए की संपत्ति थी। पांच सालों में हेमा के पास करीब 72 करोड़ रुपए की संपत्ति बढ़ गई है।

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