पणजी,गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया। 63 वर्षीय पर्रिकर ने अपने पुत्र के निवास पर दम तोड़ा। इससे पहले गोवा के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर बताया गया था कि, ‘मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की हालत बेहद गंभीर है।’ बता दें कि मनोहर पर्रिकर को पिछले दिनों अचानक उनके स्वास्थ्य में गिरावट देखने के बाद गोवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। प
र्रिकर अग्नाशय कैंसर से पीड़ित थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मनोहर पर्रिकर के निधन की पुष्टि की। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर मनोहर पर्रिकर के निधन पर दुख जताया। मनोहर पर्रिकर को फरवरी 2018 में अग्नाशय के कैंसर होने की पुष्टि हुई थी। तब से उनकी सेहत में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। पिछले दिनों उनकी तबियत बिगड़ने के पीछे उनके रक्तचाप में तेजी से गिरावट बताया गया था।
शनिवार को भाजपा विधायक और गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष माइकल लोबो ने मीडिया को बताया था कि पिछली रात से मनोहर पर्रिकर की तबियत काफी खराब है। डॉक्टर्स उनकी निगरानी कर रहे हैं और उनका कहना था कि उनकी सेहत में सुधार नहीं दिख रहा है। इस ब्यान के बाद से ही पर्रिकर की सेहत को लेकर अटकलें लगाई जा रहीं थीं।
गोवा में 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव नजदीक हैं और प्रत्याशियों का चयन होना अभी बाकी है। माइकल लोबो ने कहा था कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा, जब तक मनोहर पर्रिकर हैं। केवल वही मुख्यमंत्री रहेंगे और किसी ने उन्हें बदलने की मांग नहीं की है। हम प्रार्थना कर रहे हैं कि वो ठीक हो जाएं, लेकिन कोई उम्मीद नहीं है, वह बहुत बीमार हैं। लेकिन अगर उन्हें कुछ होता है तो नया मुख्यमंत्री बीजेपी से ही होगा।
राष्ट्रपति-पीएम सहित देश भर से आ रहे श्रद्धांजलि सन्देश
देश के पहले आईआईटियन मुख्यमंत्री मनोहर परिकर का रविवार को निधन हो गया। पैन्क्रियाज कैंसर से जूझ रहे 63 वर्षीय परिकर की हालत पिछले दो दिन से बेहद खराब थी। रविवार को उनकी स्थिति और ज्यादा नाजुक हो गई थी, जिसके बाद दोना पाउला स्थित उनके निजी आवास पर डॉक्टरों की टीम ने स्वास्थ्य को संभालने का प्रयास किया। लेकिन रात 8 बजे के करीब उनका निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी पूरे देश को दी।
इस दुखद मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने ट्वीट कर मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन में वह ईमानदारी और समर्पण की मिसाल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर परिकर के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘वह एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक थे। राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को याद किया जाएगा। भारत के रक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के लिए देश मनोहर परिकर का सदा आभारी रहेगा। जब वह रक्षा मंत्री थे तब भारत ने कई फैसलों को देखा, जिसने भारत की सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाया, स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ाया और पूर्व सैनिकों के जीवन को बेहतर बनाया।’
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मनोहर परिकर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि लोग परिकर को सादगी और ईमानदारी के लिए जानते थे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘वह गोवा के सबसे प्रिय बेटों में से एक थे।’ रेलमंत्री पीयूष गोयल ने गोवा मुख्यमंत्री मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताते हुए कहा- उनका नेतृत्व हम लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताते हुए कहा- पार्टी से इतर वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे। उनके निधन से भाजपा को भारी क्षति हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनोहर परिकर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि परिकर भारतीय राजनीति में सादगी के प्रतीक थे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया।इसके अलावा मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी,जेपी नड्डा, मुख्तार अब्बास नकवी , पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्वी यूपी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग समेत कई बड़ी हस्तियों ने ट्वीट के जरिए परिकर के निधन पर दुख जताया है।
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
बीते लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। इससे पहले उनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही थी। 63 साल के परिकर अग्नाशय की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और यहां पास में डोना पौला में स्थित अपने निजी आवास में रह रहे थे। राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से यह जानकारी दी गई। मनोहर परिकर के लिए कल यानी सोमवार सुबह 11 बजे केंद्रीय कैबिनेट में शोकसभा का आयोजन किया जाएगा। गोवा के वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर परिकर भारत के रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। परिकर का जन्म 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में हुआ था। वह भारत के किसी भी राज्य के पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे जो आईआईटी से स्नातक थे। 1978 में उन्होंने आईआईटी मुंबई से स्नातक किया था। साल 2001 में आईआईटी मुंबई ने उन्हें विशिष्ट भूतपूर्व छात्र की उपाधि भी दी थी। भारतीय जनता पार्टी से गोवा के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले नेता थे। 13 मार्च 2017 को परिकर ने चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जून 1999 से नवंबर 1999 तक वह विरोधी पार्टी के नेता रहे। 24 अक्तूबर 2000 को वह गोवा के मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनकी सरकार फरवरी 2002 तक ही चल पाई। जून 2002 में वह फिर सभा के सदस्य बने और पांच जून 2002 को फिर गोवा के मुख्यमंत्री के लिए चयनित हुए। भाजपा को गोवा की सत्ता में लाने का श्रेय परिकर को ही जाता है। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। पैनक्रियाटिक कैंसर से पीड़ित परिकर को 31 जनवरी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। हाल ही में बीमार परिकर ने तीन मार्च को गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) में जांच कराई थी। फरवरी में परिकर का जीएमसीएच में एक ऑपरेशन भी हुआ था।
भाजपा कोर कमेटी की बैठक
गोवा में राजनीतिक संकट के बीच शनिवार को भाजपा विधायकों और पार्टी कोर कमेटी के सदस्यों ने आपस में मुलाकात की थी। इस मुलाकात में मुख्यमंत्री मनोहर परिकर के खराब स्वास्थ्य के कारण पैदा हुई राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की गई थी। इससे पहले पैनक्रिएटिक कैंसर से जूझ रहे परिकर का स्वास्थ्य शनिवार की सुबह बेहद खराब हो गया था, जिसके चलते इस तटीय राज्य की राजनीतिक गतिवधियों में गहमागहमी पैदा हो गई थी। हालांकि भाजपा नेतृत्व वाली गोवा सरकार में सहयोगी 6 विधायकों ने गोवा फारवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय देसाई के नेतृत्व में परिकर से मुलाकात करते हुए उन्हें समर्थन जारी रखने का आश्वासन दिया है।