मायावती से मिले अखिलेश लौटकर बोले भाजपा को सत्ता से हटाना राष्ट्रधर्म

लखनऊ, समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मेरठ में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से मुलाकात के कुछ ही घंटे में अखिलेश ने मायावती से भेंट की। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि यह मुलाकात आगामी लोकसभा चुनाव के लिए होने वाली रैलियों, सभाओं और बैठकों के सिलसिले में थी। उन्होंने बताया कि चुनाव करीब आ रहे हैं। होली के बाद चुनाव प्रचार की पूर्णतया शुरूआत कर दी जाएगी। सपा प्रवक्ता ने बताया कि गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए दो सीटें छोडी हैं और ईमानदारी से पूरा समर्थन किया जाएगा।
इधर,अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के पीछे ऐसी ताकतें हैं जो षड़यंत्रकारी हैं। उनके इरादे नेक नहीं है। भाजपा जातिवाद के आधार पर नफरत पैदा करती है। विपक्षी नेताओं के प्रति उसका व्यवहार शत्रुतापूर्ण है। सत्ता का घोर दुरूपयोग करने के साथ उसने संवैधानिक संस्थाओं को भी कमजोर किया है। उसका आचरण अलोकतांत्रिक है। इसलिए देशहित में भाजपा को रोकना और सत्ता से हटाना राष्ट्रधर्म है। यादव ने कहा कि भाजपा के शासन में कानून का राज नहीं है। मुद्दों से भटकाकर ऊल-जूलूल बातें करना उसकी आदत में शुमार हैं। सच्चाई को खत्म करने और बुराई को प्रश्रय देने में भाजपा को कतई अपराध बोध नहीं होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने अनेक वार रूम बनाएं हैं जिनका इस्तेमाल झूठ गढ़ने और भ्रमजाल के निर्माण के लिए किया जाना है। भयंकर जुमला मण्डली के ढाई लोगों ने अब व्यक्तिगत टिप्पणियां देनी भी शुरू कर दी हैं। सब जानते हैं कि राजनीति में व्यक्तिगत बातें वही करते हैं जो घबराये हुए होते हैं। लेकिन जुमलों से झूठ, लूट और भ्रष्ट कारतूतों पर पर्दा नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल का जो गठबंधन बना है देशहित में उसकी सभी ने सराहना की है। इस गठबंधन का वैचारिक आधार है। इसके चुनाव एजेंडा में विकास पर बल होगा।

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