मुंबई, केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने हवाला कारोबारी जहूर वाटली और उसके आतंकी कनेक्शन के खिलाफ जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। जानकारी के अनुसार जहूर की करीब 24 सम्पतियों को ईडी अटेचमेंट करने वाली है। बता दें कि ये संपत्ति आतंकियों द्वारा उपलब्ध कराए गए पैसों से खरीदे गए थे। हालांकि इससे पहले 11 मार्च को भी ईडी की टीम एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उसके एक करोड़ तीन लाख की संपत्तियों को अटेच कर किया है। जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार हवाला कारोबारी जहूर का कनेक्शन पाकिस्तान में रहने वाले आतंकी और आतंकी संगठन लश्कर -ए-तैयबा के चीफ हाफ़िज़ सईद के साथ है। इसके साथ ही इसका हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन के चीफ सैयद सलाउद्दीन जैसे आतंकियों के साथ भी इसके अच्छे संबंध रहे और उन सभी के इशारे पर इसे फण्ड मुहैया कराया गया था। बता दें कि ईडी ने यह मामला पीएमएलए कानून के तहत दर्ज किया था उसके बाद मामले की तफ्तीश के बाद ये कार्रवाई की है। अगर टेरर फंडिंग के इस मामले की बात करें तो ये मामला सबसे पहले एनआईऐ ने दर्ज किया था ,उसके बाद उसी मामले को आधार बनाते हुए ईडी ने उस केस को टेकओवर किया। एनआईए की टीम ने पिछले साल जब ये मामला दर्ज किया था उसके बाद दिल्ली, श्रीनगर सहित अन्य 16 लोकेशन पर छापेमारी की थी। उस वक्त छापेमारी के दौरान एनआईए को कई महत्वपूर्ण जानकारी और सबूत मिले थे। एनआईए ने हाल फिलहाल इसी मामले में कई आतंकियों के खिलाफ एक आरोपपत्र दायर किया था जिसमें इस बात का भी जिक्र है कि जम्मू -कश्मीर के रहने वाले इस हवाला कारोबारी ने हुर्रियत के कई नेताओं को फंडिंग करने के लिए पाकिस्तान के आतंकियों और वहां के ख़ुफ़िया एजेंसी के अधिकारियों के साथ वो लगातार संपर्क में जुटा हुआ था। इसके साथ ही कश्मीर के कई समाचार पत्रों ,स्थानीय टीवी के माध्यम से युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने के लिए विज्ञापन के जरिए फण्ड की व्यवस्था भी करवाता था। इसके साथ ही कश्मीर के युवाओं को वहां हड़ताल पर जाने और कश्मीर में उस दौरान तोड़फोड़ के लिए उकसाने की कोशिश भी करता था।