पटना, लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद भी बिहार में महागठबंधन बनकर तैयार नहीं हो सका। दरअसल यहां पर सीटों के बंटवारे को लेकर सभी दलों में सहमति नहीं बन पाई है। जबकि पहले चरण के चुनाव में एक महीने से भी कम समय शेष रह गया है लेकिन न तो महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हो सका है और न ही ये निर्णय कि किस पार्टी का कौन सा उम्मीदवार कहां से चुनाव लड़ेगा। सीटों के बंटवारे को लेकर फंसे पेंच के बीच अब महागठबंधन के सभी नेता दिल्ली जा रहे हैं जहां सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस बैठक में ही आपसी तकरार को खत्म करने की कोशिश होगी। महागठबंधन के सभी नेता बुधवार को दिल्ली में बैठक करेंगे, जहां सीटों के बंटवारे पर अंतिम रूप से बातचीत होगी और आपसी तकरार को खत्म करने की कोशिश की जाएगी।
राजद, हम, कांग्रेस के नेता दिल्ली में बैठेंगे। दिल्ली जाने वाले नेताओं में तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी के साथ-साथ मुकेश सहनी भी शामिल हैं जहां कांग्रेस आलाकमान के नेताओं से सभी की मुलाकात होगी। हांलाकि कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली में इन नेताओं की राहुल गांधी से भी मुलाकात हो सकती है। इससे पहले बिहार में महागठबंधन की घटक कांग्रेस के भी सभी नेताओं को आलाकमान ने दिल्ली तलब किया है। दिल्ली में बिहार कांग्रेस के बड़े नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे और सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय लेंगे। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस बिहार में 15 सीटें चाह रही है लेकिन राजद किसी भी सूरत में कांग्रेस को 10-12 सीटें ही देना चाहती है। कांग्रेस के साथ-साथ रालोसपा, मांझी और मुकेश सहनी भी राजद पर सीटों के बंटवारे को लेकर लगातार दबाव बनाए हुए हैं।