चंडीगढ़, हरियाणा में विधानसभा के चुनाव अपने निश्चित समय पर ही होंगे। जिस दिन से लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव करवाए जाने की अटकलें तेजी से उड़ी थीं, तब भी मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर समेत तमाम मंत्री इन्हें महज अफवाह और अटकलें करार देते रहे। बावजूद इसके महज दो दिनों के भीतर दो बार कैबिनेट बैठकें करने, थोक के भाव में अफसरों के ट्रांसफर, राज्य सूचना आयोग में नियुक्तियों के कदम उठाने और इसी दौरान मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल से मुलाकात करने की घटनाओं ने अटकलों को थमने नहीं दिया और सियासी गलियारों में चर्चा का विषय यही मुद्दा बना रहा।
विपक्ष से लेकर कई अधिकारी और कर्मचारी तक मानकर चल रहे थे कि कैबिनेट में राज्य विधानसभा भंग किए जाने का फैसला हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शुक्रवार दिन में कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने मीडिया के सामने आकर विधानसभा भंग किए जाने की चर्चाओं पर बयान देकर पूरी तरह विराम लगा दिया। बेदी ने कहा, ‘पिछले तीन दिन से प्रदेश में चल रही अफवाहों के बाद आज इस विषय पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा की गई। इस दौरान आम सहमति के साथ यह तय किया प्रदेश में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव अपने-अपने समय पर करवाए जाएं। अब देश के अन्य राज्यों के साथ हरियाणा में भी लोकसभा चुनाव होंगे जबकि विधानसभा चुनाव अपने निर्धारित समय पर होंगे।’ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस समय विपक्ष के पास न तो कोई मुद्दा है और न ही कोई अजेंडा। बेहतर होगा मीडिया भी सकारात्मक सोच रखते हुए अपना काम करे।