नई दिल्ली,भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान में शारीरिक रूप से प्रताडि़त नहीं किया गया, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया था। मीडिया में विश्वस्त सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार, अभिनंदन ने शनिवार को अपना बयान भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के अधिकारियों को दिया।
अभिनंदन ने अपने अधिकारियों को बताया कि उन्हें पाकिस्तान में शारीरिक पीड़ा नहीं दी गई। लेकिन, उन्हें मानसिक रूप से काफी यातनाएं दी गई। बुधवार को पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराते समय मिग-21 बाइसन में सवार अभिनंदन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दौरान ही अभिनंदन पाकिस्तानी सीमा में पैराशुट से उतर गए थे। उन्हें पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में लेकर लगभग 60 घंटे रखा था। अभिनंदन शुक्रवार रात ही भारत पहुंचे हैं।
इस बीच शनिवार को आर्मी अस्पताल में अभिनंदन से रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने मुलाकात की। धनोआ ने विंग कमांडर के साथ अकेले में भी काफी देर चर्चा की। मेडिकल चेकअप में अभिनंदन पूरी तरह फिट है। लेकिन, अभी वह कूलिंग डाउन प्रोसेस से गुजर रहे हैं। रविवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
जेनेवा कन्वेंशन के नियमों की अनदेखी
अभिनंदन के इस खुलासे के बाद पाकिस्तान पर इस मामले में जेनेवा कन्वेंशन के नियमों की अनदेखी करने का आरोप लग रहा है। इसके नियमों के अनुसार, ऐसे किसी भी कैदी को शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताडि़त नहीं किया जा सकता है। भारत सरकार इस मामले को बड़े स्तर पर उठाकर पाकिस्तान की हकीकत को विश्व के सामने लाना चाहती है।
विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान में दी गई मानसिक यातनाएं
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