भोपाल,। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए चयन प्रक्रिया का काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रतिदिन 2 लोक सभा सीटों के सभी विधायकों संगठन के पदाधिकारियों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर, उम्मीदवार का नाम सर्वसम्मति से लेने की प्रक्रिया शुरू की है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बैठक के दौरान जिसे भी संभावित प्रत्याशियों के बारे में नाम या सुझाव देना हो वह बंद लिफाफे में दें।
21 फरवरी तक कमलनाथ और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक 16 लोकसभा सीटों के बारे में संगठन के पदाधिकारियों विधायकों से फीडबैक लेंगे। बुधवार को कमलनाथ से सतना और टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र के बारे में रायशुमारी की। प्रत्येक दिन वह तो लोकसभा क्षेत्रों के लोगों से रायशुमारी कर रहे हैं।
नहीं मिलेगी टिकट
मौजूदा विधानसभा के सदस्यों को लोकसभा चुनाव नहीं लड़ाए जाने पर सहमति बनी है। वहीं दो बार लगातार लोकसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशी को टिकट नहीं देने की बात कही जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि राज्यसभा के सांसदों को भी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। यदि यही फार्मूला अंतिम समय तक बना रहा, तो खजुराहो संसदीय क्षेत्र से दो बार राजा पटेरिया और ग्वालियर से अशोक सिंह 3 बार चुनाव हार चुके हैं। राज्यसभा सांसद विवेक तंखा को जबलपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारने की बात कही जा रही थी। यदि यह फॉर्मूला कायम रहा, तो इन लोगों को लोकसभा की टिकट नहीं मिलेगी।