नई दिल्ली,शीर्ष भारोत्तोलक मीराबाई चानू का मानना है कि टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन्हें अपने प्रदर्शन को और बेहतर करना होगा। विश्व चैंपियनशिप 2017 में 48 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली मीराबाई कमर की चोट के कारण 8 महीने तक टूर्नामेंटों में हिस्सा नहीं ले पाई। उन्होंने पिछले सप्ताह थाईलैंड में ईजीएटी कप में अपने नए 49 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वह 192 किग्रा वजन उठाकर शीर्ष पर रहीं। मीराबाई का मानाना है कि उन्हें अपने नए वजन वर्ग में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों को टक्कर देने 200 किग्रा से अधिक वजन उठाना होगा। अप्रैल में चीन में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप और सितंबर में थाईलैंड में होने वाली 2019 विश्व चैंपियनशिप में मुझे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने का अवसर मिलेगा। मैं 209 किग्रा का विश्व रिकार्ड तोडऩा चाहती हूं। टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिला वर्ग में सात भारत वर्ग होंगे जिसमें 49 किग्रा, 55 किग्रा, 59 किग्रा, 64 किग्रा, 76 किग्रा, 87 किग्रा और 87 किग्रा से अधिक शामिल हैं।मीराबाई ने कहा कि एक किग्रा वजन बढ़कर 48 से 49 किग्रा होने से अब सभी भारोत्तोलक अपने कुल भार में इजाफा करने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा 53 किग्रा में हिस्सा ले रहे कुछ भारोत्तोलक अब 49 किग्रा वर्ग में आ जाएंगे। इसलिए प्रतिस्पर्धा औरा कड़ी हो जाएगी। उन्होंने कहा- मैं ट्रेनिंग के दौरान 199-200 किग्रा वजन उठा रही हूं और अगले कुछ महीनों में असल प्रतियोगिताओं में मुझे 200 किग्रा से अधिक वजन उठाने की उम्मीद है। मेरा लक्ष्य टोक्यो ओलंपिक से पहले 210 किग्रा वजन उठाना है जो विश्व रिकार्ड होगा। यह आसान नहीं होगा लेकिन यह मेरा लक्ष्य है और मुझे पहले से अधिक कड़ी मेहनत करनी होगी।