कैथल,केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने एक बार फिर राजनीति से दूरी बनाने की तैयारी कर ली है। दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर उनका आईएएस बेटा बृजेंद्र सिंह सक्रिय राजनीति में आता है तो मैं राजनीति को अलविदा कह दूंगा।उन्होने बताया कि 45 सालों तक मैंने सक्रिय राजनीति की है, लेकिन राजनीति में जिस प्रकार से नैतिक मूल्य खराब हो रहे है, ऐसे में मन खराब होता। उन्होने बताया कि राजनीति में युवा सोच की जरुरत है,उन्होने कहा कि अगर बृजेंद्र सिंह खुद और भारतीय जनता पार्टी फैसला लेती है तो वो राजनीति से दूरी बना लेंगे। वह चाहते हैं कि बृजेंद्र राजनीति में आकर जनता की सेवा करे। नई दिल्ली में अपने आवास पर बीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह चाहते हैं कि बेटा बृजेंद्र सिंह राजनीति में आए। लेकिन,इसका अंतिम फैसला खुद बृजेंद्र सिंह और भारतीय जनता पार्टी को करना है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि राजनीति में जिस तरह नैतिक मूल्य खत्म हो रहे हैं, उससे जब उनका 45 साल तक राजनीति में रहने के बाद मन खराब हो जाता है। उन्होंने कहा कि बृजेंद्र सिंह जैसे युवा को भी आज की राजनीति का स्वरूप अच्छा नहीं लगता होगा। बीरेंद्र सिंह का कहना है कि इसके बावजूद वह राजनीति में साफ छवि के युवाओं को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि जब तक युवा सोच के नौजवान राजनीति में नहीं आएंगे तब तक राजनीति से गंदगी नहीं हटेगी। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बृजेंद्र जैसे नई सोच वाले युवाओं को राजनीति में आकर माहौल बदलना चाहिए।
इनेलो विधायक को दी नसीहत
नरवाना से इनेलो विधायक पिरथी सिंह नंबरदार के जननायक जनता पार्टी के मंच पर जाने संबंधी सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में यदि इसी तरह के लोग विधायक बनते रहे तो निश्चित तौर पर जनता का विश्वास लोकतंत्र से उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि एक विधायक को उस पार्टी के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए जिसकी वजह से वह विधायक बना है। उन्होंने इनेलो-बसपा गठबंधन टूटने संबंधी सवाल पर कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह गठबंधन टूट गया है।