न्यूर्याक, एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अगर 12 से 22 साल की उम्र के युवक ज्यादा शराब पीते हैं तो उनमें शॉर्ट-टर्म मेमोरी लॉस की शिकायत हो सकती है। इसी उम्र में दिमाग में याद्दाश्त बढ़ाने वाली कोशिकाएं बढ़ती हैं जिन्हें शराब बाधित करती है। यह बात हाल ही में हुई रिसर्च से साबित हुई है। न्यूयार्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय के माइकेल सेलिंग समेत शोधकर्ताओं के मुताबिक, प्रीफ्रंटल कोर्टेक्स (पीएफसी) जो व्यवहार प्रबंधन में अपनी भूमिका निभाता और किशोरावस्था के दौरान परिपक्व होता है। किशोरावस्था में अत्यधिक शराब पीने से उसकी कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि किशोरावस्था में अल्कोहल के सेवन से दिमाग के पीएफसी पायरामिडल न्यूरॉन्स के गुणों में बदलाव आ जाता है, जो पीएफसी को दिमाग के अन्य क्षेत्रों से जोड़ता है, वह गुण प्रभावित होता है, इससे व्यवहार का विनिमयन प्रभावित होता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि जो किशोरावस्था में शराब का सेवन करते/करती हैं, उनकी पीएफसी की गतिविधियों में शिथिलता आ जाती है। इससे उन्हें संज्ञानात्मक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।