रीवा, बिना कार्यालय राजनीति कर रही कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने सत्ता में आने के बाद आयुक्त कार्यालय के सामने ही सरकारी भवन का ताला तोड़कर कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन कर दिया। हालांकि मीडिया में खबरे आने के बाद बड़े नेताओ ने मामला संज्ञान में लिया और नतीजा ये रहा की देर शाम कांग्रेस का झंडा और कार्यालय का बोर्ड भवन से गायब हो गया और वहा अब ताला लटक रहा है ।
कांग्रेस के पास लम्बे समय से कार्यालय का अकाल था .रिक्त पड़े सयुंक्त महिला बाल विकास विभाग के कार्यालय का ताला तोड़कर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने अपना कार्यालय बना लिया था । प्रक्रिया के नाम पर सिर्फ कांग्रेस के नेताओ ने भवन आवंटन के लिए एक आवेदन कमिश्नर कार्यालय में दिया था लेकिन भवन की स्वीकृति नहीं मिली थी । शहर अध्यक्ष गुरुमीत सिंह ने पूरे मामले का बचाव करते हुए कहा की भवन पर कब्जा नहीं था भवन इस लिए खाली कर दिया क्योकि वहा जगह कम है और वह कार्यालय के लिए उपयुक्त नहीं । लोकसभा चुनाव होने वाले है ऐसे में कई बड़े नेताओ का दौरा होगा उस लिहाज से भवन में जगह कम है इसलिए लोकसभा चुनाव के बाद जमीन का आवंटन कराया जाएगा और नियमित कार्यालय खोला जाएगा जहा पदाधिकारी के बैठने की व्यवस्था हो । सूत्रों की माने तो कांग्रेस के इस कृत की जानकारी प्रदेश के नेताओ को होने के बाद उनके निर्देश पर भवन खाली किया गया है । वही भाजपा के प्रवक्ता योगेंद्र शुक्ल ने कहा की कांग्रेस शासकीय जमीनों पर तो पहले भी कब्जा करती थी लेकिन शासकीय भवन में कब्जा भी देख लिया कांग्रेस पार्टी सत्ता के मद में मदहोस है उन्होंने मीडिया का धन्यवाद देते हुए कहा की आप लोगो की सजगता के कारण ही कांग्रेस को रातो रात अपना झंडा ,वैनर हटाना पड़ा ।