लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने जमकर विरोध जताया। विधानसभा के अंदर राज्यपाल पर कागज के गोले फेंके गए तो विधानसभा के बाहर सांड को लेकर पहुंचे और विरोध जताया। प्रदर्शन के दौरान सपा विधायक बेहोश हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। बता दें कि योगी सरकार का तीसरा बजट सत्र 22 फरवरी तक चलना प्रस्तावित है। मंगलवार से शुरू हुए सत्र के पहले दिन जमकर हंगामा हुआ। सपा नेता विधानसभा के बाहर पहुंचे। यही नहीं सपा नेता अपने साथ एक सांड भी लेकर आए। उन्होंने अपने प्रदर्शन में सांड को आगे खड़ा किया और हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इन तख्तियों पर लिखा था- सांड और किसान दोनों परेशान।
बजट सत्र की कार्यवाही की शुरुआत करते हुए राज्यपाल राम नाईक अभिभाषण देने पहुंचे। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने उनकी ओर कागज के गोले फेंके और नारेबाजी की। राज्यपाल ने लगभग 11 बजे सदन में जैसे ही अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, विपक्षी सदस्य जोर-जोर से हंगामा करने लगे। उन्होंने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाए और नाईक की तरफ कागज के गोले फेंके। हालांकि राज्यपाल की ओर फेंके गए कागज के गोले उन तक नहीं पहुंच सके और सुरक्षाकर्मियों ने फाइल कवर के सहारे उन्हें रोक लिया। विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामें के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण पढ़ना जारी रखा और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में सिलसिलेवार ब्यौरा पेश किया।
प्रदर्शन के दौरान विधायकों ने भाजपा सरकार को जुमले वाली सरकार करार देते हुए पीएम मोदी व सीएम योगी के खिलाफ प्रदर्शन किया। सपा नेता आजम खान ने कहा कि इस देश में मुसलमानों के साथ गलत सलूक हो रहा है। क्या यही राज है। आजम ने पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के धरने पर भी बयान दिया। आजम खान ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद उस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए, वह देश के हर व्यक्ति के प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में कुंभ नहीं बल्कि तमाशा हो रहा है। आने वाले समय में वहां रैलियां और सम्मेलन करने के लिए इस सरकार ने दरवाजे खोल दिए हैं। कुंभ को सरकार ने राजनीति का अड्डा बना दिया है। प्रदर्शन के दौरान अचानक एक विधायक बेहोश होकर गिर पड़े। बताया जा रहा है कि विधायक का नाम सुभाष पासी है। वह सैदपुर सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।