नई दिल्ली, ममता बनाम सीबीआई मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने कहा कि राजीव कुमार जांच में सहयोग करें। कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, कि राजीव कुमार शिलांग सीबीआई के सामने पेश होंगे। इसके साथ ही कमिश्नर, पश्चिम बंगाल डीजीपी और मुख्य सचिव को अवमानना मामले में नोटिस जारी कर 18 फरवरी तक जवाब मांगा है। इसके बाद तय किया जाएगा कि तीनों को तलब किया जाए या नहीं। अब मामले की सुनवाई 20 फरवरी को होगी।
इससे पहले सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में 14 पेज का हलफनामा पेश किया था। इस हलफनामे में सीबीआई ने कोर्ट को सबूत नष्ट किए जाने के बारे में जानकारी दी। सीबीआई ने पुलिस कमिश्नर के खिलाफ कोई सबूत न देते हुए, इस बात के सबूत दिए हैं कि पुलिस कमिश्नर सबूत नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। सीबीआई ने कोर्ट में इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड नष्ट करने के सबूत कोर्ट में दिए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह प्रताड़ित करने की कार्यवाही है। सीबीआई इतनी हड़बड़ी में क्यों है। 5 सालों से कोई एफआईआर नहीं हुई है। सबूतों से छेड़खानी के मामले में राजीव कुमार के खिलाफ एक भी शिकायत आईपीसी के तहत नहीं दर्ज की गई है।
उल्लेखनीय है रविवार शाम को सारदा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई की एक टीम पूछताछ के लिए कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर पहुंची थी लेकिन उसको कोलकाता पुलिस ने गेट पर ही रोककर टीम को हिरासत में ले लिया. इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गईं। दूसरी ओर सीबीआई मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। इससे पहले आज हुई सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से एक हलफनामा पेश किया गया जिसके मुताबिक सीबीआई चिटफंड घोटाले की जांच के लिए गठित एसआईटी प्रमुख राजीव कुमार की भूमिका की जांच कर रही है। राजीव कुमार ने चिट फंड केस में निष्क्रियता और सेलेक्टिव कार्रवाई की है। सीबीआई के पास पुलिस और चिट फंड कंपनियों के बीच गठजोड़ के सबूत हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से दोनों की जीत
भाजपा और ममता बनर्जी दोनों ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अपनी-अपनी जीत बता रहे हैं। ममता बनर्जी ने निर्णय को ‘नैतिक जीत’ बताया है। वहीं केंद्र सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सीबीआई के लिए ‘नैतिक जीत’ कहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ममता बनर्जी ने कहा, ‘इस देश में कोई बिग बॉस नहीं है। यहां जनता ही बिग बॉस है। लोकतंत्र ही इस देश का बड़ा मालिक है। यह मेरी जीत नहीं है, यह संविधान की जीत है। दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि राजीव कुमार को कोलकाता में नहीं, बल्कि शिलांग में सीबीआई के सामने पेश होना होगा। कुछ लोग इसे जीत बता रहे हैं। उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट का फैसला सीबीआई की बड़ी नैतिक जीत है।’