कोलकाता, चिटफंड घोटाला में आरोपित पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर पहुंची सीबीआई की टीम को बंगाल पुलिस हिरासत में लेकर पुलिस स्टेशन में बैठा लिया । इस घटना के बाद केंद्र और राज्य के बीच तनाव बढ़ गया है। राजीव कुमार 1989 बैच के पश्चिम बंगाल काडर के आईपीएस अधिकारी हैं। पिछले सप्ताह वह निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे।
ज्ञात रहे कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रोज वैली और शारदा पोंजी घोटाले जैसे मामलों में सीबीआई की ओर से तलब किए गए कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के बचाव में उतर आईं। उन्होंने भाजपा पर बदले की भावना वाली राजनीति करने का आरोप लगाया। ममता ने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर दुनिया के सबसे अच्छे लोगों में से एक हैं। उनकी ईमानदारी और बहादुरी निर्विवाद है। वह 24×7 काम कर रहे हैं और हाल ही में केवल एक दिन की छुट्टी ली है। ममता ने ट्वीट किया, ‘भाजपा नेतृत्व का शीर्ष स्तर राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा है। न सिर्फ राजनीतिक दल उनके निशाने पर हैं बल्कि पुलिस को नियंत्रण में लेने और संस्थानों को बर्बाद करने के लिए वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।’
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने सीबीआई को बिना अनुमति प्रवेश पर रोक लगा रखी है। ।सीबीआई के अधिकारी बिना राज्य सरकार की अनुमति के पुलिस कमिश्नर के घर छापा डालने गए थे। जिसके कारण बंगाल पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों की गिरफ्तारी की।
आरोप-प्रत्यारोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक सभा में विगत दिवस का था कि ममता सरकार जाने वाली है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी का हेलीकॉप्टर रविवार को उतारने की अनुमति पश्चिम बंगाल सरकार ने नहीं दी। उसके बाद सीबीआई के अधिकारी पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक के घर छापा डालने पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही
भाजपा के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा सुप्रीपकार्ट के आदेश पर सीबीआई के अधिकारी कार्यवाही करने पहुंचे थे। विजयवर्गीय ने इसे दोषियों को बचाने का आरोप लगाया।