प्रयागराज,कुंभ मेला क्षेत्र में आयोजित विश्व हिन्दू परिषद के धर्म संसद अधिवेशन के दूसरे दिन मंदिर निर्माण को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई। वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत द्वारा इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार का बचाव करने तथा लोगों को और इंतजार करने की सलाह देने के बाद वहां मौजूद संतों ने राम मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करने को लेकर हंगामा कर दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी हुई।
धर्म संसद के दूसरे दिन महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद ने प्रस्ताव पढ़ा जिसमें मंदिर निर्माण को लेकर कोई घोषणा नहीं थी। महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद ने कहा आंदोलन का राजनीतिकरण न हो इसलिए कोई नई घोषणा नहीं करेंगे। जिसके बाद धर्म संसद में हंगामा हो गया। वहां मौजूद संतों ने राम मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करने को लेकर काफी हंगामा किया। साध्वी प्रियम्वदा ने 2020 में राम मंदिर निर्माण की बात की थी जिसका संतों ने विरोध कर हंगामा किया। विदित हो कि विश्व हिन्दू परिषद के धर्म संसद अधिवेशन में गुरुवार को पहले दिन राम मंदिर मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी। अधिवेशन के पहले दिन केवल दो प्रस्ताव सबरीमाला मंदिर पर राष्ट्रीय अभियान चलाने और विघटनकारी शक्तियों के खिलाफ आंदोलन चलाने का प्रस्ताव पारित किया गया।