प्रयागराज,प्रयागराज में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर बाबा रामदेव ने साधुओं से चिलम का दान लेकर ‘नशामुक्त भारत” का सपना पूरा करने की दिशा में ऐतिहासिक शुरुआत की। गांधी की पुण्यतिथि पर कुंभ परिसर में ‘‘चिलम छोड़ो आंदोलन” की शुरुआत करते हुए बाबा रामदेव ने साधुओं की सर्वसमावेशी संगत में आह्नान करते हुए कहा कि नशा, चिलम आदि से साधुओं का गौरव और हमारी महान संत परम्परा बदनाम होती है।
बाबा रामदेव ने कहा कि जब हम कल्याण के लिए घर-परिवार और मोह-माया छोड़कर इस पावनी ऋषि परम्परा में आ गए तो क्या हम नशा, चिलम और तम्बाकू आदि नहीं छोड़ सकते? इस पर सर्वप्रथम निर्मोही अखाड़े के महंत राजेन्द्र दास महाराज ने चिलम दान देकर इस अभियान की शुरुआत की और नशा मुक्ति के लिए संकल्प लिया। यह वही अखाड़ा है जो कुंभ में सबसे पहले शाही स्नान करता है। अवसर पर श्री पंच तेरा भाई त्यागी खालसा अखाड़ा (त्यागियों की जमात) के भगवत दास जी, तुलसीदास जी, लाल बाबा, मनोज दास की प्रेरणा से और बाबा रामदेव के आह्नान पर सैकड़ों साधु-सन्यासियों ने चिलम दान की और शपथ ली।