भोपाल,केंद्रीय विद्यालय संगठन के सेवानिवृत उपायुक्त और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर एचपी राजगुरु का आज शाम यहाँ 87 साल की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार थे उन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद नेशनल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ गत शुक्रवार से उनका इलाज हो रहा था। डॉ राजगुरु ने आज शाम सवा छह बजे अंतिम सांस ली। वह केंद्रीय विद्यालय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सदस्य रहे। उन्होंने एनसीईआरटी की कई पुस्तकों का लेखन किया। वह टेक्स्ट बुक कॉर्पोरेशन के भी सदस्य रहे। वह कई शैक्षणिक यात्राओं पर देश-विदेश गए। नवोदय विद्यालय संगठन की स्थापना में उनका अभूतपूर्व योगदान रहा,वह उसके डायरेक्टर भी रहे। स्वभाव से सहज और सरल स्वर्गीय राजगुरु विद्याथियों के हमेशा प्रेरणा स्रोत बने रहे। वह अपने पीछे भरा -पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं। डॉक्टर राजगुरु की अंतिम यात्रा कल सोमवार को उनके निज निवास नर्मदा अपार्टमेंट त्रिलंगा रोड ओरा मॉल के पास गुलमोहर से भदभदा विश्राम घाट के लिए दोपहर 12 बजे रवाना होगी।