बेंगलुरु,बेंगलुरु में शशिकला का जेल प्रवास किसी पांच सितारा से काम नहीं है। सज़ायाफ्ता होने के बावजूद उन्हें अलग रसोइया और 5 कमरे दिए गए हैं। यह जानकारी आरटीआई के ज़रिये हासिल किए गए दस्तावेज़ों से पता चली है। शशिकला आय से अधिक संपत्ति मामले में बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद हैं।
पिछले साल डीआईजी जेल डी रूपा ने भी आरोप लगाए थे कि बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से शशिकला को नियम ताक पर रखकर विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। डी रूपा ने तब अप्रत्यक्ष तौर पर डीजीपी सत्यनारायण राव पर दो करोड़ रुपये लेकर शशिकला को विशेष सुविधा देने की बात की थी।
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि न सिर्फ शशिकला को अलग से किचन दिया गया था, बल्कि आम दिनों में पहनने वाले कपड़े भी पहनने की इजाज़त दी गई थी जो जेल नियमों के ख़िलाफ़ है। सरकार ने इसके बाद डीजीपी जेल सत्यनारायण राव और डीआईजी जेल डी रूपा का ये कहते हुए तबादला कर दिया था कि दोनों ने सर्विस रूल का उल्लंघन किया है। लेकिन अब सूचना के अधिकार के तहत मिले दस्तावेज़ों से साफ हो रहा है कि डी रूपा ने जो आरोप लगाए थे वो सही थे।
विनय कुमार जांच समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि शशिकला को एक की जगह पांच कमरे दिए गए है। उसे एक रसोइया भी दिया गया जो, किसी सज़ायाफ्ता को नहीं मिलता है। महीने में 2 बार की जगह शशिकला को कई बार लोगों से मिलने की इजाज़त दी गई। मुलाक़ात 45 मिनट से ज़्यादा नही होना चाहिए पर शशिकला ने 4 घंटे तक मुलाक़ात की। आरटीआई कार्यकर्ता नरसिम्हा मूर्ति ने कहा कि, ‘हम चाहते हैं कि सरकार इस रिपोर्ट के मुताबिक़ दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे।