नई दिल्ली,देश में कर्ज में डूबे किसानों को राहत देने के लिए शुरू की जा रही योजनाओं के बीच केन्द्र सरकार आलू, प्याज और टमाटर किसानों की आय बढ़ाने के लिए टमाटर, प्याज, आलू’ योजना (टीओपी) के तहत क्लस्टर योजना शुरू करेगी। इसके बाद इन उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराया जा सकेगा। कृषि उत्पाद प्रसंस्करण के लिए टीओपी योजना के तहत उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश,बिहार,पश्चिम बंगाल,महाराष्ट्र,गुजरात, आन्ध्र प्रदेश और कर्नाटक में 24 क्लस्टर स्थापित किए जाएंगे। उत्तरप्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में किसान बड़े पैमाने पर आलू और टमाटर की खेती करते हैं जबकि महाराष्ट्र और गुजरात में प्याज की बंपर खेती की जाती है। वहीं दक्षिण के राज्य आन्ध्र और कर्नाटक में टमाटर की खेती बड़े पैमाने होती है।
कृषि मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस योजना के तहत विदेशों से भी विशेषज्ञों की राय ली जाएगी ताकि मांग और आपूर्ति तथा मूल्य की सही जानकारी प्राप्त हो सके और किसानों को फसलों को लगाने के पूर्व ही वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सके जिससे वे लाभकारी फसलों को उगा सकें। बात दे कि आलू, प्याज और टमाटर जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पाद हैं जिसके कारण मांग और आपूर्ति में एकरूपता नहीं होने पर किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
कृषि वैज्ञानिकों ने टमाटर की कुछ ऐसी किस्में विकसित कर ली हैं जिसमें रस कम और गूदे अधिक होते हैं और पहले की किस्मों की तुलना में ये अधिक दिनों तक तरोताजा बने रहते हैं जिससे इसकी विदेशों में भी आपूर्ति की जा सकती है। नई योजनाओं को लेकर कृषि स्टार्ट अप योजना और कृषि उद्मियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के अनुसार घरेलू बाजार को भी व्यवस्थित करने के लिए मोदी सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं और 22 हजार ग्रामीण हाटों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।