बिलासपुर,अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति आरएसएस से जुड़े माने जाते हैं। प्रदेश की कांग्रेस सरकार उन्हें हटा सकती है। कुलपति जी.डी.शर्मा सेवानिवृत्त हो चुके थे। मगर भाजपा सरकार ने उनके कार्यकाल को तीन साल के लिए बढ़ाया था। कुलपति पर कांग्रेस छात्र संगठन अभद्रता का आरोप लगाते रहे हैं। उन पर यह भी आरोप है कि छात्र संगठनों की मांगों को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया है। क्योंकि कुलपति के आरएसएस विचारधारा के होने के कारण उनको विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया था। कांग्रेस के छात्र संगठनों ने हमेशा यह आरोप लगाए हैं कि कुलपति छात्रों के हित में सही फैसला नहीं लेते हैं। कांग्रेस छात्र संगठनों और कुलपति में अक्सर वाद-विवाद होता रहा है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस की सरकार कुलपति को हटा सकती है। छात्र संगठनों में भी इसकी चर्चा चल रही है।
एनएसयूआई सैकड़ों बार विश्वविद्यालय में आंदोलन किया है। मगर छात्र हित में एक भी सही फैसला नहीं लिया गया। छात्रों का यह भी आरोप है कि छात्रों के पैसों में भारी गड़बड़ी की गई है। आरोप है कि विश्वविद्यालय में करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया है। विश्वविद्यालय में छात्रों को सुविधा देने की जगह केवल परेशान किया गया है। छात्र साल भर विश्वविद्यालय के नीतियों से परेशान रहे हैं। कुलपति पर आरएसएस की विचारधारा चलाने का आरोप है। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय का रिजल्ट हर साल काफी खराब आ रहा है, जिससे छात्रों को हर साल मायूसी का सामना करना पड़ता है। परीक्षा विभाग में काफी गड़बड़ी होने का आरोप है। जी डी शर्मा पिछले सात सालों से विश्वविद्यालय के कुलपति है मगर विश्वविद्यालय में पढ़ाई का स्तर नहीं सुधर सका है। हर साल प्रश्र लीक होने की घटना होती है।
कांग्रेस छात्र संगठन का कहना है कि विश्वविद्यालय के कार्ययोजनाओं की सभी फाईलों की जांच करने की जरूरत है। छात्र संगठन का कहना है कि मुख्यमंत्री से कुलपति को हटाने और विश्वविद्यालय में शिक्षक और कर्मचारियों को भर्ती जल्द से जल्द करने की मांग की जाएगी। विश्वविद्यालय में फिजिकल डायरेक्टर की नियुक्ति नहीं हो पाई है। वहीं एक करीबी प्रोफेसर को फिजिकल डिपार्टमेंट का प्रभार देकर रखा गया है। विश्वविद्यालय में प्रोफेसरों की भर्ती में भी लाखों रूपए लेने का आरोप छात्र संगठनों द्वारा लगाया जा रहा है।