नई दिल्ली,भारतीय तीरंदाजी के लिए यह साल सामान्य रहा। कंपाउंड वर्ग में महिलाओं की टीम ज्योति सुरेखा वेन्नम के नेतृत्व में पहली बार विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची। तीरंदाज दीपिका कुमार ने दीपिका ने विश्व कप की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उसने जर्मनी की मिशेले क्रोपेन को हराया। ज्योति और अभिषेक वर्मा ने कंपाउंड मिश्रित वर्ग में चार विश्व कप के चार चरण में कांस्य पदक जीते। दोनों ने सैमसन में विश्व कप फाइनल में रजत पदक हासिल किया। वहीं पुरूष कंपाउंड टीम को रजत मिला।
इसके साथ ही दीपिका ने सातवीं बार विश्व कप फाइनल के लिये क्वालीफाई किया और रजत पदक जीता।
एशियाई खेलों में तीरंदाजी में रिकर्व में भारत को कोई पदक नहीं मिल पाया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ओलंपियन अतनु दास का रहा जो क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे। उनके अलावा जगदीश चौधरी, सुखचैन सिंह, अंकिता भगत और लक्ष्मीरानी मांझी मुख्य दौर में भी जगह नहीं बना सके। टीम वर्ग में भारत महिलाओं की स्पर्धा में पांचवें, पुरूषों के वर्ग में छठे और मिश्रित में नौवें स्थान पर रहा। ज्योति ने इस साल तीन विश्व कप में टीम स्पर्धा में रजत पदक जीते। महिला कंपाउंड टीम ने एशियाई खेलों में रजत पदक जीता।