ईवीएम पर शक, विंध्य के वोटिंग पैटर्न की स्वतंत्र एजेंसी को पैसे देकर फोरेंसिक स्टडी कराएँगे कमलनाथ

भोपाल, मध्य प्रदेश में सोमवार को शपथ लेने जा रहे निर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि विंध्य क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर शक बरकरार है और इस इलाके में हुई वोटिंग पैटर्न की वह विशेषज्ञों से निष्पक्ष जांच कराएगी। 15 साल बाद प्रदेश की सत्ता में वापस आई कांग्रेस का इस बार विंध्य इलाके में सबसे खराब प्रदर्शन रहा। उस वहां पर 30 में से मात्र 6 सीटें मिली जबकि भाजपा को 24 सीटें। जहां कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता निवर्तमान मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता अजय सिंह (अपनी परंपरागत चुरहट सीट) एवं प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह (अमरपाटन सीट) शामिल हैं।
कमलनाथ ने बताया, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इसबार बहुमत के नजदीक आने के बावजूद हमारा ईवीएम पर विंध्य इलाके में शक बरकरार है। उन्होंने कहा हम विंध्य क्षेत्र की वोटिंग एवं परिणाम पर एक फोरेंसिक स्टडी की पहल की है, जो कि वोटिंग पर एक्जिट पोल की तरह सर्वे करेगा। मेरे पास विन्ध्य से लोग आये और कह रहे थे कि गांव ने (कांग्रेस को) वोट डाले, लेकिन (परिणाम) मशीन से कुछ अलग निकली। इसकी हम एक फोरेंसिक स्टडी होगी। कमलनाथ ने बताया, हम फोरेंसिक जांच कर रहे हैं।एक बार जांच रिपोर्ट आने के बाद फिर चुनाव आयोग से बात करुंगा। उन्होंने बताया, फोरेंसिक रिपोर्ट आती है तो भाजपा उस पर आपत्ति कर सकती है। वह किस बात पर विरोध कर सकते हैं मैं जांच करवा रहा हूं और मैं उसका पैसा दूंगा।’’
कमलनाथ ने कहा कि विंध्य इलाके में परिणाम के कारण ईवीएम या इसके प्रबंधन को लेकर शक है। इसलिए फोरेंसिक जांच करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सतना जिले में मतदान के दिन सबसे ज्यादा ईवीएम की गड़बड़ी की सूचना आई तथा यह लगभग तीन घंटों तक बंद रही। यहां तक कि विन्ध्य में परिणाम वोटिंग पैटर्न से मेल नहीं खा रहे हैं। हम स्वतंत्र पेशेवर एजेंसी को नियुक्त कर रहे हैं। वह कम से कम 40 फीसद ग्रामीण इलाकों में संपर्क कर लोगों से पता करेगी कि उन्होंने किस वोट दिया था। फोरेंसिक जांच में वोटिंग पैटर्न और परिणामों में गडबड़ी सामने आने पर क्या कांग्रेस अदालत में जायेगी, तो इसपर कमलनाथ ने कहा, रिपोर्ट आने के बाद इसपर विचार होगा। प्रदेश के सतना,रीवा, सीधी, सिंगरौली और अनूपपुर जिले आते हैं। इस बार विन्ध्य क्षेत्र से कांग्रेस को 30 में से केवल छह सीटें मिली हैं, जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इस इलाके से 12 सीटें मिली थीं।

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