हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों का हंगामा,नहीं चल सकी कार्रवाई

धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र का पहला दिन आज विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ गया। दोपहर बाद सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने वाकआउट करते हुए जोरदार नारेबाजी की। और विपक्षी सदस्य सदन से बाहर आ गये। बाहर आकर कांग्रेस विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जमकर हंगामा किया । विपक्षी विधायकों ने स्कूली बच्चों को नि:शुल्क वर्दी नहीं दिए जाने को लेकर सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई , अैर इसके साथ ही बाबा रामदेव को जमीन देने के लिये सरकार की मेहरबानी को लेकर भी नारेबाजी की।
हिमाचल की एसेंबली शिमला में है। व शिमला में ही सदन चलता है। लेकिन कुछ साल पहले कांग्रेस राज में क्षेत्रिय भेदभाव के लग रहे आरोपों से निपटने के लिये धर्मशाला में शीतकालीन सत्र की रिवायत शुरू की गई, उसी के तहत इस बार धर्मशाला के तपोवन में सत्र की आज शुरूआत हुई।
जम्मू काशमीर की तर्ज पर हिमाचल में भी सरकार प्रदेश की दूसरी राजधानी में पहुंच गई है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सरकार धर्मशाला शिफट हो गई है। अगले छह दिनों तक पूरा सरकारी अमला यहीं से ही सरकार को चलेगा। यही वजह है कि धर्मशाला में खासी चहलकदमी है। हालांकि धर्मशाला में सत्र का आयोजन करना सरकार के लिये काफी खर्चीला साबित हो रहा है। इसके आयोजन को लेकर विरोध के स्वर भी उठते रहे हैं। लेकिन कोई भी सरकार इस पर चली आ रही रिवायत को बदलने का साहस नहीं जुटा पाई है।
धर्मशाला में शीतकालीन सत्र के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। धर्मशाला से लेकर विधानसभा परिसर तक क्षेत्र को छह सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टरों में पुलिस जवानों के साथ अधिकारी भी तैनात किए हैं। तपोवन विधानसभा व आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू करने के लिए जिला प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। धारा 144 लागू होने से इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के जनसमूह या जनसभा का आयोजन नहीं किया जा सकता। धरना-प्रदर्शनों के लिए प्रशासन ने जोरावर सिंह खेल मैदान चिन्हित किया है, जहां प्रदेश भर से आने वाले प्रतिनिधिमंडल व राजनीतिक दल अपनी जनसभाएं आयोजित कर प्रदर्शन कर सकते हैं। धर्मशाला व आसपास के क्षेत्रों के पयर्टन निगम सहित निजी होटलों के 400 के लगभग कमरे बुक किए हैं। सीएम व वरिष्ठ मंत्रियों के ठहरने का प्रबंध सर्किट हाउस धर्मशाला में तो वहीं विपक्ष नेता मुकेश अग्निहोत्री का विद्युत विभाग के जिया रेस्ट हाउस व अन्य विधायकों का आसपास के निजी होटलों में ठहरने का इंतजाम किया गया है।
सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले विधान सभा के अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल ने तपोवन स्थित अपने विधान सभा कार्यालय में संसदीय कार्यमन्त्री हिमाचल प्रदेश सुरेश भारद्वाज तथा नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के साथ बैठक की। बैठक के दौरान डॉ0 राजीव बिन्दल ने सत्ता पक्ष तथा विपक्ष से सदन के संचालन में रचनात्मक सहयोग देने तथा सत्र का सदुपयोग जनहित से जुड़े मुद्दों के लिए सुनिश्चित करने का आग्रह किया। दोनों पक्षों ने उन्हें सत्र के संचालन में रचनात्मक सहयोग देने का आश्वासन दिया । बिन्दल ने कार्य सलाहाकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि नियम 101 के अन्तर्गत कुल,4 सूचनायें प्राप्त हुई है। जिनमें सदस्य राजेन्द्र गर्ग ने नगर परिषदों के साथ लगते गांव को नगर एवं ग्राम योजना के नियमों से बाहर करने हेतु नीति बनाने, अनिरूद्व सिंह द्वारा केन्द्र सरकार को सिफारिश कर गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने बारे कोई नीति बनाने, राकेश सिंघा द्वारा प्रदेश के किसानों को उनकी फसलों को बीमा योजना के अधीन लाने बारे सरकार को कोई नीति बनाने तथा सुन्दर सिंह ठाकुर द्वारा भांग की खेती को मेडिकल तथा औद्योगिक उदेश्य पूर्ति के लिए कानूनी मान्यता प्रदान करने बारे सूचनायें प्राप्त हुई हैं। डॉ0 बिन्दल ने कहा है कि इसके अतिरिक्त दिनांक 30 अगस्त, 2018 को मानसून सत्र में माननीय सदस्य बलवीर सिंह द्वारा राज्य सहकारी बैकों व सहकारी सभाओं में हो रहे घपलों के लिए सरकार द्वारा नीति बनाने से सम्बन्धित प्रस्तुत सकंल्प पर चर्चा होगी। बिन्दल ने कहा कि तीन सरकारी विधेयकों क्रमश:- हिमाचल प्रदेश गोवंश संरक्षण और संवर्धन विधेयक , 2018 (2018 का विधेयक संख्यांक 11 ), स्वापक औषधि और मन: प्रभावी पदार्थ (हिमाचल प्रदेश संशोधन) विधेयक, 2018 (2018 का विधेयक संख्यांक 12) तथा हिमाचल प्रदेश माल और सेवा कर(संशोधन) विधेयक , 2018 (2018 का विधेयक संख्यांक 13 ) पर चर्चा होगी।

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