जबलपुर,एक महिला और उसके ड्रायवर के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने दोनों का अपहरण कर लिया। एक लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती की रकम नहीं देने पर आरोपी दोनों को अलग-अगल जंगल में छोड़कर भाग गए। पुलिस सीसीटीवी वैâमरों की मदद से आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
बरेला थाना क्षेत्र में कार और ट्रेक्टर में हुए एक्सीडेंट के बाद कार चालक गुण्डई पर उतर आया। जिसने ट्रेक्टर चालक के साथ मारपीट करते हुए ट्रेक्टर की मालकिन को मौके पर बुला लिया। ट्रेक्टर मालकिन मौके पर पहुंची तो आरोपी कार चालकों ने एक्सीडेंट में खराब हुई कार सुधारने के लिए पैसा मांगने लगे। पैसा नहीं देने पर आरोपियों ने ट्रेक्टर चालक और मालकिन को कार में बैठाया और अपहरण करके भाग निकले।
पुलिस ने किया पीछा
अपहरण की खबर लगते ही पुलिस ने पीछा करना शुरू कर दिया। आरोपियों का पीछा करते हुए रात तक दोनों ही लोगों को अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छुड़ा लिया। लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ आते-आते बच निकले। पुलिस ने आरोपियों पर अपहरण का मामला कायम कर जांच शुरु की हैं।
एएसपी संजीव उईके का कहना हैं कि कल सुबह 10 बजे बरेला के धनपुरी में यह विवाद हुआ था। ट्रेक्टर चालक अजय चक्रवर्ती ने सफेद रंग की कार को टक्कर मार दी थी। जिससे दोनों के बीच विवाद हुआ, और इसके बाद आरोपियों ने ट्रेक्टर चालक और उसकी मालकिन सुमौरी बाई को कार में दबोच लिया और अपहरण कर भाग निकले थे। अपहरण करके भाग रहे बदमाशों का पुलिस पीछा करती रही। आरोपी छत्तीसगढ़ पहुंच चुके थे। इस बीच आरोपी बार-बार अजय चक्रवर्ती के भाई बिज्जू को फोन करके एक लाख रुपये मांग रहे थे। तभी बरेला टीआई पुष्पा प्रजापति ने फोन पर ही बात करते हुए आरोपियों से युवक को छोड़ने के लिए कहा तो वह बिफर गया। उसने कहा कि उसके एकाउंट में पैसा डलवा दो तो वह उसे छोड़ देगा। पहले एक लाख रुपये मांगे गए बाद में २० हजार रुपये की मांग की गई।
जंगल में छोड़कर भागे
आरोपियों ने महिला को गाडरसरतई के पास जंगलों में हाइवे पर ही फेंक दिया। इसके बाद अजय चक्रवर्ती को छत्तीसगढ़ के जंगलों में फेंक कर भाग निकले। आरोपी अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ें हैं। पुलिस सीसीटीव्ही वैâमरा के आधार पर कार का नंबर जुटाने की कोशिश कर रही हैं ताकि आरोपियों को बेनकाब किया जा सके।
ये हुआ था विवाद
कहा जा रहा हैं कि ट्रेक्टर चालक अजय ने कार को टक्कर मार दी थी। इस कारण कार चालक ने ट्रेक्टर मालकिन सुमैरी बाई को धनपुरी बुला लिया। जब सुमैरी बाई पहुंची तो उसने पैसा देने से मना किया। इससे ग्रामीण भी सुमैरी के साथ थे, तभी आरोपियों ने भरी भीड़ में हंगामा करते हुए सुमैरी बाई और अजय का अपहरण कर कार से भाग निकले।