अशोकनगर, जिले की दो विधानसभा सीटो पर कांग्रेस से आए नेताओं को भाजपा द्वारा विधानसभा प्रत्याशी बनाये जाने के कारण चंदेरी एवं मुंगावली से टिकिट की लाइन में खड़े दावेदारों ने बड़े स्तर पर बगावत शुरू कर दी है। बीते दिन जहां चन्देरी के दावेदारों की ईसागढ़ में बैठक हुई और जिला पंचायत अध्यक्ष समर्थकों ने भोपाल में हंगामा किया, तो वहीं रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मलकीत सिंह संधू एवं उनकी पत्नि ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने मुंगावली से चुनाव लडऩे की भी घोषणा की है। इस दौरान उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री पार्टी का वंटाधार करने में लगे हुए हैं। ऐसी पार्टी में रहकर क्या करेगें जिनको अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा न हो और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बुलाकर टिकिट दे रही है।
जिले भर में चलते-फिरते एम्बुलेंस के नाम से प्रसिद्ध पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मलकीत सिंह संधू की निचले तबके के मतदाताओं में मजबूत पकड़ है। मलकीत पिछले दो विधानसभा चुनावों के समय से ही भाजपा की ओर से टिकिट पाने मूंगावली से दावेदारी कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने मूंगावली विधानसभा क्षेत्र में कड़ी मेहनत की है। मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के हजारों मतदाताओं से उनका प्रत्यक्ष जुड़ाव है, वहीं हर व्यक्ति के सुख-दुख में साथ निभाने वाली छवि इन्हें जिले के एक बड़े नेता के तौर पर स्थापित करती है। रविवार को उन्होने खुले शब्दों में एलान कर दिया है कि वह मुंगावली-चंदेरी में कांग्रेस नेताओं को भाजपा से टिकिट दिए जाने में विरोध में हैं और अब वह मुंगावली से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। इस दौरान मलकीत सिंह ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया है। मलकीत सिंह का कहना है कि जब मुंगावली उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार मुंगावली की सीट नहीं बचा पाई तो इस बार तो बीजेपी सीट के बारे में भूल ही जाए। उन्होंने यहां से पूर्व कांग्रेसी नेता केपी यादव को टिकट देने का भी विरोध किया है। उनका कहना है कि बरसों से काम कर रहे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है। मलकीत सिंह यहीं तक नहीं रुके उन्होने तो यह तक कह दिया कि मुख्यमंत्री अब कुर्सी छोडऩे की तैयारी कर लें। उल्लेखनीय है कि मलकीत सिंह में मुंगावली विधानसभा उपचुनाव से पहले भी बागी स्वर अपनाए थे। तब बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रभात झा पर गंभीर आरोप लगाते हुए टिकट बेचने तक की बात कही थी। उन्होंने अपना इस्तीफा भाजपा जिला अध्यक्ष को देने की बात कही है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है मलकीत बड़े पैमाने पर भाजपा के वोटों का ही नुकसान करेंगे.