CG को डॉक्टर और कलेक्टर की मिलीभगत से बचाओ

रायपुर,उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने आज आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ को डॉक्टर और कलेक्टर की मिलीभगत से बचाना होगा। उन्होंने कहा डॉ. और कलेक्टर की जुगलबंदी को जनता ने समझ लिया था, इसलिए कलेक्टर (अजीत जोगी) का लोगों ने यहां से ट्रांसफर कर दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के एक गांव सुपेबेड़ा में लोगों को शुद्घ पीने का पानी नहीं मिला और वे लोग लाल पानी पीने के लिए मजबूर हुए जिससे उनकी किडनी खराब हो गई और 170 लोगों की मौत हो गई। यहां लोगों को मुफ्त में इलाज किया जाना बताया जाता है, लेकिन किसी का इलाज मुफ्त में नहीं होता।
अस्पतालों का हालत यह है कि वहां पर्याप्त डॉक्टर और नर्स नहीं है। डॉक्टर और नर्स के पद रिक्त है। यदि उनकी भर्ती की जाती तो लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता और रोजगार भी मिलता। वह आज राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने तब लोगों को उम्मीद थी कि इस राज्य के लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा लेकिन अभी-अभी 27 राज्यों की सर्वे रिपोर्ट मिली है जिसमें छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य की स्थिति 20 वें नंबर पर पाई गई। इस प्रकार एक डॉक्टर होते हुए भी राज्य का स्वास्थ्य खराब कर दिया।
राज बब्बर ने छत्तीसगढ़ में नक्सली समस्या के विषय में कहा कि नक्सलियों से गोली और बंदूक से बात नहीं बनेगी। उनसे मिल बैठकर चर्चा करने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नक्सलियों से चर्चा नहीं करना चाहती है। राज बब्बर ने छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था, भुखमरी, किसान आत्महत्या जैसे मुद्दे उठाए। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह पर आरोप लगाया कि वे अब बाबा की शरण में चले गए हैं और उत्तर प्रदेश के एक बाबा (योगी) को बुलाकर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं। बाबा का आलम यह है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आक्सीजन सिलेंडर के अभाव में 170 बच्चों ने दम तोड़ दिया। गोरखपुर से लगे हुए क्षेत्र हरदोई में भी लोगों का बुरा हाल है। योगी गोरखपुर के अस्पताल को बंद करना चाहते हैं और अपना एक निजी चिकित्सालय गोरखपुर में खोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता डॉक्टर और कलेक्टर के मंसूबे को समझे और उन्हें सबक सिखाएं।

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