अशोकनगर, विधानसभा चुनाव से पहले दल बदलने वाले नेताओं का पार्टियों में विरोध भी जमकर शुरू हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में सेंध लगाकर जिन नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया था अब उनको लेकर पार्टी के अंदरखाने ही विरोध भडक़ गया है। स्थानीय नेताओं इसके विरोध में उतर आये हैं।
जिले की तीनों विधानसभाओं में चन्देरी विधानसभा सामान्य होने की बात करें तो तमाम अटकलों के बाद यहां से पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी का टिकिट तय माना जा रहा था। लेकिन बीती 28 अक्टूबर की देर रात ईसागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष भूपेंद्र द्विवेदी एवं वहां के कथित 11 पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने के बाद क्षेत्र में यह चर्चा जोर पकडऩे लगी है कि पार्टी भूपेन्द्र द्विवेदी को पार्टी टिकिट दे सकती है। तो वहीं दलबदलू नेताओं को लेकर पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं में विरोध के स्वर भी गहराने लगे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सिंधिया के गढ़ में इस घटना को सेंधमारी की तरह प्रचारित किया जा रहा था। भोपाल में भूपेंद्र द्विवेदी का मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम बड़े नेताओं ने स्वागत किया था। लेकिन भूपेंद्र का ईसागढ़ में ही विरोध हो रहा है। स्थानीय स्तर के बड़े नेता तो दबी जुबान से संगठन के इस फैसले का विरोध कर रहे थे। लेकिन अब मंडल स्तर के मैदानी कार्यकर्ता भी पार्टी के इस फैसले का खुलकर विरोध करने लगे हैं।
मंडल महामंत्री का विरोध:
भाजपा मंडल महामंत्री कुंज बिहारी शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से इच्छा मृत्यु की मांग की है। उन्होंने प्रभात झा को इस के लिये दोषी बता कर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है। मंडल महामंत्री ने अमित शाह को लिखे पत्र में कांग्रेसी नगर पंचायत अध्यक्ष को भाजपा में शामिल करने को ही फर्जी बताया है। पत्र में लिखा है कि की बिना मंडल पदाधिकरियो की जानकारी के जिस व्यक्ति को भाजपा में शामिल किया गया है। उसने भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे मामले दर्ज कराये है। साथ ही भूपेंद्र द्विवेदी को टिकिट दिए जाने का भी विरोध किया है।