लखनऊ,उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत और विवेक की रविवार को संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। दारुल शफा के बी ब्लॉक स्थित कमरा नंबर 28 में विवेक का शव पाया गया। इस कमरे में विवेक की मां और उसका भाई भी मौजूद थे। परिवार वालों ने बताया कि सोने से पहले विवेक के सीने में तेज दर्द की शिकायत के बाद वह सो गया और सुबह बिस्तर में मृत पाया गया।
वहीं पुलिस द्वारा मौत को संदिग्ध बताते हुए विवेक की हत्या का आरोप मां मीरा यादव पर लगाया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने मां को गिरफ्तार करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। दूसरी ओर आरोपी मां ने अपने पति रमेश यादव पर ही बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मां ने बताया कि मृतक अभिजीत अक्सर नशे की हालत में घर में मारपीट एवं हंगामा करता था, मौत से पहले भी उसने मां के साथ मारपीट की थी। पूरी घटना पर दुख जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना भी प्रकट की। गौरतलब है कि विधान परिषद सभापति रमेश यादव दो शादियां हो चुकी है। उनकी पहली पत्नी प्रेमा देवी एटा जिले में रहती है तथा उनका बेटा आशीष यादव पूर्व में एटा सदर से विधायक भी रह चुका है। उनकी दूसरी पत्नी मीरा यादव राजधानी के दारुल शफा स्थित डी ब्लॉक के कमरा नंबर 137 में अपने दो बेटों अभिषेक यादव और लकी एवं छोटे बेटे विवेक यादव उर्फ अभिजीत उर्फ विक्की के साथ रहती है।
अभिजीत रविवार को अपने बिस्तर पर मृत अवस्था में पाया गया। परिजनों ने बताया कि विवेक शनिवार रात करीब 11 बजे घर आया था। सोने से पहले उसने मां से सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद मां ने सीने में मालिश कर उसे सुला दिया था। काफी देर तक जब सुबह अभिजीत उठा नहीं तो मां उसे उठाने पहुंची, जहां शरीर में कोई हरकत ना होती देख मां ने भाई को भी बुलाया। भाई द्वारा विवेक की नब्ज़ जांचने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मौत को संदिग्ध बताया है। पूरे मामले में इंस्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह ने बताया कि दारुल शफा के बी ब्लॉक के कमरा नंबर 137 निवासी विवेक शनिवार रात खाने के बाद अपनी मां और भाई के साथ कमरे में सोया था। बाद में रात को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई।