लंदन, ब्रिटेन में किशोरियों के यौन उत्पीड़न के मामले में एक भारतवंशी सहित 16 लोगों को 200 साल से अधिक के कारावास की सजा सुनाई गई है। दोषी पाए गए चार अन्य लोगों को एक नवंबर को सजा सुनाई जाएगी। सभी दोषी दक्षिण एशियाई देशों के हैं। उल्लेखनीय है कि पश्चिम यार्कशायर में लड़कियों को साज-सज्जा (ग्रूमिंग) के प्रति आकर्षित कर अपने चंगुल में फंसाने वाले इस गिरोह का संचालन भारतवंशी अमीर सिंह डालीवाल (35) करता था।
लड़कियों का न सिर्फ शारीरिक शोषण किया जाता था, बल्कि इनकी तस्करी भी होती थी। सन 2004 से 2011 के बीच में बड़े पैमाने पर लड़कियों का यौन शोषण और तस्करी की गई, सबसे पहले 2013 में पुलिस को इसकी शिकायत मिली थी। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो 15 पीड़िताएं सामने आईं। सभी पीड़िता 11 से 17 साल के बीच की हैं। लीड्स क्राउन कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा में डालीवाल को आजीवन कैद (कम से कम 18 साल तक जेल में रहने की सजा) सुनाई गई।
वहीं, गिरोह के अन्य सदस्यों को पांच से 18 साल तक की जेल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई इस साल जनवरी में शुरू की थी। हालांकि, इस मामले में दायर किए गए तीसरे मुकदमे की सुनवाई 8 अक्तूबर को पूरी हो गई थी, लेकिन कोर्ट द्वारा मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिबंध के चलते शुक्रवार को फैसला सार्वजनिक हो सका। जज जेफ्ररी मार्सन ने अपने फैसले में कहा, ‘दोषियों ने जिस तरह से लड़कियों के साथ बर्ताव किया है, वह नीचता और दुष्टता की पराकाष्ठा है।