अमृतसर, रेल हादसे पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने एक बयान में कहा कि रेलवे पटरियों के निकट हो रहे दशहरा कार्यक्रम के बारे में विभाग को सूचित नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि यह हादसा दो स्टेशनों-अमृतसर एंव मनावाला के बीच हुई न कि रेलवे फाटक पर। रेल दुर्घटना की जगह पर भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शनिवार को पंजाब पुलिस के कमांडो और त्वरित कार्यबल के जवानों की तैनाती की गई। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह आज दिन में घटनास्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने इस त्रासद ट्रेन हादसे की जांच के आदेश दिए। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिऐ हादसे वाली जगह पर भारी पुलिस बल तैनात किया है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा कि ड्राइवर ने ट्रैक पर लोगों को देखकर ट्रेन रोकने की कोशिश की थी। उसने ट्रेन की स्पीड भी कम कर दी थी, लेकिन ट्रेन रुक नहीं सकी। क्योंकि इतनी स्पीड से आ रही ट्रेन को रुकने के लिए टाइम और स्पेस दोनों चाहिए। अगर ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेक लगाता तो वह पलट जाती और फिर कई सारे लोगों की जान चली जाती।
ड्राइवर ने दर्ज कराए बयान
अमृतसर ट्रेन हादसे में मौत की ट्रेन बनी हावड़ा मेल के ड्राइवर जगवीर सिंह ने बयान दर्ज कराए। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर डीटीएम (डिवीजनल ट्रैफिक मैनेजर) ऐ एस सलारिया की निगरानी में उसके बयान दर्ज किए, लेकिन ड्राइवर ने कैमरे के सामने बोलने से इनकार करते हुए कहा कि हादसा हावड़ा मेल से नहीं हुआ है, दूसरी ट्रेन से हुआ है। रेलवे विभाग की तरफ से जांच की रही है। अमृतसर में ट्रेन हादसे के चलते रेलवे ने एहतियात बरतते हुए बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने जालंधर से अमृतसर और अमृतसर से दिल्ली जाने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी हैं। कुल 8 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। 5 ट्रेनों का रूट बदला गया है। 10 छोटी दूरी के ट्रेनें भी रोक दी गई हैं।