जबलपुर,नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में उस वक्त हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई, जब कुछ लोग दो महिलाओं को इलाज कराने के लिए लेकर पहुंचे। इस दौरान महिला के साथ वालों ने डॉक्टर से उसकी जात पूछी। कहा कि यदि वह स्वर्ण डॉक्टर है तो ही इलाज करे, अन्यथा दूसरे डॉक्टर को बुलाए। डॉक्टर ने अपनी परिचय दिया तो परिजन हंगामा करने लगे। वे मरीजों को अपने साथ वापस ले गए। काफी देकर तक अस्पताल में गहमागहमी का माहौल रहा। अस्पताल प्रबंधन ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरू की है।
जानकारी के अनुसार शनिवार रात करीब 8 बजे सड़क दुर्घटना में घायल दो महिलाओं को मेडिकल अस्पताल लाया गया। परिजन महिलाओं को लेकर आकस्मिक चिकित्सा कक्ष पहुंचे। जहां डॉक्टर गीतेश रात्रे ने उपचार शुरू किया तो परिजनों ने यह कहते हुए मना कर दिया कि वे स्वर्ण डॉक्टर से ही इलाज करवाएंगे।
किया हंगामा
डॉक्टर रात्रे स्टाफ के साथ महिलाओं का इलाज कर रहे थे। इसी दौरान उमेश यादव नाम का व्यक्ति वहां पहुंचा। उमेश ने डॉक्टर से उसका नाम पूछा। नाम बताने पर कहने लगे कि हम आपसे इलाज नहीं कराना चाहते। किसी स्वर्ण डॉक्टर को बुलाओ। डॉक्टर ने परिजनों को समझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने डॉक्टर से गाली-गलौच करते हुए बदसलूकी की। जिसकी शिकायत पुलिस में भी की गई है।