बैतूल,मध्य प्रदेश के बैतूल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय घोष वर्ग प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा हम अपने आनंद के लिए नहीं वरन विश्व कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कई बार अच्छे वादक और गायक को अपने गुण का अहंकार हो जाता है। वह अपने से, लोगों को जोड़ नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को अहंकारी नहीं होना चाहिए।
समापन कार्यक्रम के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जो स्वयं सेवक यहां पर आए थे। उनके बीच में मोहन भागवत के अहंकार के मामले में आपसी चर्चा हो रही थी। स्वयंसेवक को तो अहंकारी नहीं होना चाहिए, नेता जरूर अहंकारी हो सकते हैं। वर्तमान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े-बड़े पदों पर बैठे हुए पदाधिकारियों के अहंकार से संघ के स्वयंसेवकों एवम कार्यकर्ता खुद ही नाराज हैं। ऐसे में मोहन भागवत का यह कहना कि कार्यकर्ता अहंकारी ना हो, इसकी बड़ी तीव्र प्रतिक्रिया कार्यकर्ताओं के बीच हुई।