कानपुर,राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने महिलाओं और बच्चियों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के जागरूकता अभियान की आज सराहना की। फेडरेशन आफ आब्सटेट्रीशियन्स एंड गायनाकोलाजीस सोसाइटी आफ इंडिया की ओर से गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का उदघाटन करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बेटियां भले ही बेटों के मुकाबले अधिक प्रतिबंधों का सामना करती हैं लेकिन वे समाज में हर दिन अतुलनीय कार्य कर रही हैं।
राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि दुर्भाग्यवश हमारे देश में कुछ लोग बेटियों के महत्व को अभी भी नहीं समझ सके हैं। उन्होंने डाक्टरों से आग्रह किया कि वे महिलाओं और समाज के वंचित तबके के लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा और सुविधाएं मुहैया करायें क्योंकि ये उनकी जिम्मेदारी है। परिवार, समाज और राष्ट्र का स्वास्थ्य तभी सुधरेगा, जब महिलाएं स्वस्थ होंगी। राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि केन्द्र सरकार की योजनाएं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढाओ, सुकन्या समृद्धि और किशोरी योजना आदि देशवासियों की सोच बदल रही हैं। लिंग अनुपात में भी सुधार आया है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कल्याण की बदलती आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए 2017 में नयी स्वास्थ्य नीति शुरू की गयी थी। इस नीति में उन सामाजिक एवं आर्थिक पहलुओं पर अधिक जोर दिया गया है, जो स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित करते हैं। राष्ट्रपति ने कानपुर की टैलेंट डेवलपमेंट काउंसिल की ओर से आयोजित एक सेमिनार को संबोधित किया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी श्यामलाल प्रसाद की प्रतिमा का अनावरण भी किया। उन्होंने कहा कि आज के परिदृश्य में नैतिक शिक्षा की आवश्यकता बढी है। प्रतिभा के साथ नैतिकता भी आवश्यक है।