मुंबई,तनुश्री दत्ता के यौन उत्पीड़न मामले और नाना पाटेकर विवाद पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने मुखर होते हुए कहा कि दुनिया को राजा बेटाओं को ‘नहीं’ का मतलब बताना जरूरी है। तनुश्री दत्ता के मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर लगाए गए शोषण के आरोपों ने पूरी इंडस्ट्री को चौंका दिया है। तनुश्री ने नाना पाटेकर पर उनके साथ इंटीमेट सीन करने और जबरदस्ती करने का आरोप लगाया है। तनुश्री ने ये भी कहा है कि शूटिंग सेट्स पर महिलाओं के प्रति नाना पाटेकर का रवैया ठीक नहीं है और इंडस्ट्री के लोग ये बात जानते हैं। इस मामले पर मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में तनुश्री के चौंकाने वाले खुलासों के बाद कई बॉलीवुड अभिनेत्रियां उनके समर्थन में उतरी हैं। कंगना ने कहा, मैं यहां इस मामले पर कोई फैसला सुनाने के लिए नहीं हूं। मैं तनुश्री की सराहना करती हूं कि उन्होंने अपने साथ हुई इस घटना के खिलाफ आवाज उठाई है। इस बारे में बात करना और अपना-अपना अनुभव शेयर करना उनका और आरोपी को मौलिक अधिकार है। इस तरह के मुद्दों पर बात करना समाज के हित के लिए बहुत अच्छा है ताकि जागरूकता फैले। लेकिन दुर्भाग्यवश भारत के ज्यादातर पुरुषों को जिस तरह से उनकी मांए पालती हैं, उन्हें इतनी भी तहजीब नहीं होती कि पेशाब करने से पहले पॉट के ढ़क्कन को उठाया जाता है।
इस तीखे बयान के बाद कंगना ने कहा, ‘राजा बेटा को ‘नो’ का मतलब बताया जाना बेहद जरूरी है। अब समाज को राजा बेटाओं को वो सिखाने और बताने की जरूरत है जिसे बताने में उनके माता-पिता असफल रहे हैं। उन्हें ये समझाना जरूरी है कि मौलिक अधिकार पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए सामान हैं।
कंगना रनौत ने ये भी कहा कि इन दिनों जिस तरह से आए दिन रेप, शोषण और छेड़छाड़ की खबरें आ रही हैं, उसे देखकर इन हैवानों को इंसान की श्रेणी में रखना गलत है। कंगना ने बोलीं- ‘मुझे लगता है हमें इस तरह की घटनाओं के बारे में बात करनी चाहिए और अपने साथ हुए वाकयों को भी उजागर करना चाहिए। ऐसा करने से इस तरह के अपराध करने वालों के दिलों में ये डर जरूर पैदा होगा।