बिलासपुर,खनिज विभाग की टीम ने रतनपुर क्षेत्र के दो कोल डिपो में छापामार कार्रवाई की है। टीम को दोनों कोल डिपो में अवैध रूप से कोयला परिवहन की जानकारी मिल रही थी। छापमार कार्रवाई के दौरान मां तारा और जगदम्बा कोल डिपो में कोयले के अलावा टीम ने जेसीबी और कोयला परिवहन करते गाड़ी को जब्त कर लिया है। खनिज विभाग की कार्रवाई से कोयला डिपो संचालकों में हडक़ंप है।
लेकिन यह बात भी सामने आ रही है कि जब टैक्टर से कोयला परिवहन करते पाया गया तो डिपो को केवल पेनाल्टी के बाद छोड़ दिया गया। जबकि डिपो को सील किया जाना था। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के एक दिन पहले कोयला माफिया ने टीम से सेटिंग करने का प्रयास किया था,लेकिन वह नाकाम रहा। दोनों ही कोल डिपो से डम्प कोयला, कोयला परिवहन करते टैक्टर और जेसीबी को जब्त किया गया है। जगदम्बा और मां तारा कोलडिपो में छापा मार कार्रवाई के बाद कोल डिपो संचालकों में हडक़ंप है। राहत की बात है कि कार्रवाई के बाद पहली बार कोल डिपो को सील नहीं करते हुए टीम ने पेनाल्टी थमा दिया है। जानकारी के अनुसार रतनपुर क्षेत्र के ही दो अन्य डिपो में खनिज विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी। बताया यह भी जा रहा है कि जब दूसरे कोलडिपो में छापामार कार्रवाई चल रही थी उस समय अमित ओबेराय पूरे समय खनिज विभाग टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा था। उसे पूरी उम्मीद थी कि छापामार कार्रवाई से बचा जाएगा। दूसरे दिन खनिज विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई कर मां तारा कोल डिपो में छापामार कार्रवाइ कर कोयला, ट्रैक्टर और जेसीबी को जब्त कर लिया। जानकारी यह भी मिल रही है कि किसी तरह अमित बोबेराय और जगदम्बा कोल डिपो संचालक डिपो को सील होने से बचा लिया। रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद मां तारा कोलडिपो को ना केवल सील किया जाना उचित था बल्कि लायसेंस भी निरस्त हो सकता था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। पेनाल्टी लगातार डिपो को खुला छोड़ दिया गया। यह जानते हुए भी कोयला डिपो क्षेत्र में ट्रैक्टर से कोयला परिवहन करना अपराध है।