अशोकनगर,एससी-एसटी एक्ट के विरोध में सामान्य, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं द्वारा सभी 545 सांसदों की तेरहवी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग इकठे हुए और भोजन ग्रहण किया गया।
एससी एसटी एक्ट को लेकर लोगों की नाराजगी बढ़ती चली जा रही है। जिले के स्वर्ण, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग के युवाओं द्वारा कोई न कोई नया तरीका अपनाकर विरोध दर्ज कराया। कभी सांसदों को मृत मानकर मुण्डन कराया जा रहा है, तो कभी सांसदों की मरी हुई आत्मा की शांति के लिए पिण्डदान करके युवा अपना विरोध जता रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को विरोध कर रहे युवाओं द्वारा स्थानीय तुलसी पार्क पर पाण्डाल लगाकर सांसदों की तेरहवी मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह करीब 11 बजे से हुई। जिसमें जिला मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग पहुंचे। इस दौरान विरोध कर रहे युआवों द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं सांसदों के खिलाफ नारेबाजी की गई एवं कुछ युवाओं द्वारा सांसदों के परिवजनों एवं उनकी पत्नियों का नाटकीये रूप धारण कर करीब आधे घण्टे तक विलाप किया गया। इसके बाद तेरहवी कार्यक्रम में पहुंच रहे लोगों को भोजन भी कराया गया। यह कार्यक्रम दोपहर करीब 3 बजे तक चला इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर सांसदों को मृत मानकर शोक व्यक्त करते हुए भोजन ग्रहण किया गया। इस दौरान युवाओं ने बताया कि जब तक केन्द्र और प्रदेश सरकार एक्ट में एससी एसटी एक्ट में लाए गए अध्यादेश को खारिफ कर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार एक्ट को लागू नहीं करने तक विरोध जारी रहेगा। युवाओं ने बताया कि जल्दी ही सरकार द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया तो आंगे और भी उग्र प्रदर्शन किया जाएगा और आगामी चुनावों में नोटा पर वोट डालकर चुनाव का वहिष्कार करेगें।
एक दिन पूर्व किया था पिण्डदान:
एट्रोसिटी एक्ट का विरोध कर रहे युवाओं द्वारा तेरहवी कार्यक्रम के एक दिन पूर्व रविवार को स्थानीय तुलसी सरोवर तालाब में पहुंचकर 545 सांसदों का पिण्डदान किया गया था। इस दौरान युवाओं ने बताया था कि सरकार के लाये गए अध्यादेश के विरोध में सभी निर्वाचित सांसदों ने सहमति देकर पिछड़ा, सामान्य एवं अल्पसंख्यक वर्ग समाज का जीना ही छीन लेने में उक्ट सांसदों को मृत मान लिया गया है। जिसके तहत सांसदों का पिण्डदान एवं तेरहवी कार्यक्रम किया गया।
14 को कराया था मुण्डन:
एट्रोसिटी एक्ट के खिलाफ बीते 14 सितम्बर को लोगों ने विरोध स्वरुप 545 सांसदों की सामूहिक शवयात्रा निकाली और मुंडन भी कराया था। जिसके बाद इस अनूठे विरोध की शुरुआत हुई और युवाओं द्वारा किसी व्यक्ति के मर जाने पर होने बाले सभी संस्कार किये गए। बकायदा इन सांसदों की आत्मा की मृत्यु का शोक संदेश देते हुए शोकपत्र भी छपवाए गए। सभी सासंदो को उनकी आत्मा की मौत के बाद तेहरवीं के कार्यक्रम में बुलाने के लिये युवाओं ने 545 सांसदों को डाक से शोकपत्र भी भेजे। इसके बाद बीती 23 सितम्बर को तुलसी सरोवर तालाब पहुंचकर पिण्डदान और सोमवार को सासंदो की मरी हुई आत्मा की तेहरवी का आयोजन भी किया गया।
SC-ST एक्ट के विरोध में अनोखा प्रदर्शन,महिलाओं का रूप रख विलाप किया युवाओं ने,मनाई सांसदों की तेरहवी
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