रायपुर, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल को आज यहाँ अश्लील सीडी कांड में सीबीआई की विशेष अदालत ने जाँच एजेंसी द्वारा आरोप पत्र दाखिल किये जाने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. इस मामले के अन्य आरोपी विनोद वर्मा और विजय भाटिया ने अदालत में पेश होकर अपनी जमानत करा ली है.क्योकि बघेल ने अदालत में जमानत का आवेदन नहीं दिया लिहाजा उन्हें जेल भेजना पड़ा.
बघेल का कहना था की उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है,क्योकि उन्होंने प्रधानमंत्री की हालिया जांजगीर-चांपा यात्रा के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाने की कोशिश की थी. जैसे ही पुलिस गाड़ी उन्हें सेंट्रल जेल ले जाने की कोशिश शुरू हुई उनके समर्थक भड़क गए और पुलिस की गाड़ी पर चढ़ गए,स्थिति बिगड़ने न पाए इस लिए बघेल गाडी से नीचे उतरे और समर्थकों को समझाया की जल्द ही लौट कर उन्हें फंसाये जाने के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे. जिस ‘ब्लैकमेलिंग’ का आरोप लगाते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस ने विनोद वर्मा को पिछले साल गिरफ्तार किया था, उस ब्लैकमेलिंग के आरोप को सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में शामिल ही नहीं किया है. गौरतलब है कि पिछले साल 27 अक्तूबर की सुबह छत्तीसगढ़ में रमन सिंह सरकार के मंत्री राजेश मूणत से जुड़ी एक कथित सेक्स सीडी के मामले में वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को छत्तीसगढ़ पुलिस ने ग़ाज़ियाबाद से गिरफ़्तार किया था. इस मामले में भाजपा के एक पदाधिकारी प्रकाश बजाज ने ही पुलिस में रिपोर्ट दर्ज़ कराई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें एक फ़ोन आया जिसमें उनके ‘आका’ की सेक्स सीडी बनाने की बात कही गई.
प्रकाश बजाज की एफ़आईआर में विनोद वर्मा के नाम का ज़िक्र नहीं है लेकिन एक दुकान का ज़िक्र था जहां पर कथित तौर पर सीडी की नकल बनाई जा रही थी.
ये एफ़आईआर 26 अक्तूबर की दोपहर साढ़े तीन बजे के आस पास दर्ज की गई थी और इस रिपोर्ट के दर्ज होने के लगभग 11 घंटों के भीतर ही छत्तीसगढ़ पुलिस ने दिल्ली जा कर कथित दुकानदार, फ़ोन करने वाले की जानकारी, तमाम फुटेज एकत्र कर लिये और फिर वहां से गाज़ियाबाद पहुंचकर विनोद वर्मा को गिरफ़्तार कर लिया था.इस मामले में राज्य सरकार ने सीबीआई से इस मामले की जांच करवाने की घोषणा की थी। सीबीआई ने राज्य के मंत्री राजेश मूणत की रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और विधायक भूपेश बघेल और वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया था. विदित हो कि भूपेश बघेल और विनोद वर्मा के खिलाफ अश्लील सीडी बांटने के अलावा कथित रुप से फिरौती मांगने का आरोप है. राजेश मूणत ने भी 27 अक्टूबर 2017 को ये रिपोर्ट लिखवाई थी. इस मामले में 60 दिनों के भीतर सीबीआई विनोद वर्मा के मामले में चालान पेश नहीं कर पाई थी. इसके बाद पिछले साल 28 दिसंबर को विनोद वर्मा को ज़मानत दे दी गई थी.