MP के कई जिलों में झमाझम बारिश,खंडवा में सबसे अधिक पानी गिरा

भोपाल, MP पर मानसून एक बार फिर मेहरबान हो गया है। खास तौर पर पूरा मालवा तरबतर हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में पिछले 36 घंटे से झमाझम बारिश जारी है। इस दौरान खंडवा में इस सीजन का सबसे अधिक पानी गिरा। यहां दीवार गिरने से एक वृद्धा की मौत हो गई जबकि एक युवक बह गया। अभी मालवा क्षेत्र में बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान है। बारिश ने खंडवा और खरगोन जिलों सहित पूरे अंचल को तरबतर कर दिया। खरगोन में भी जमकर बारिश हुई। उज्जैन में तीन साल बाद गंभीर डैम लबालब हो गया है। एक गेट खोलना पड़ा। रतलाम, मंदसौर, नीमच और धार में खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन और कपास को नुकसान पहुंचने की आशंका है। खंडवा शहर में रामेश्वर रोड और परदेशीपुरा सहित अन्य सड़कें पानी में डूब गईं। घरों में भी 2 से 3 फीट पानी भर गया। संत रैदास वार्ड में मकान की दीवार गिरने से वृद्धा मकमूलबाई की मौत हो गई, वहीं गणेश तलाई क्षेत्र में एक युवक पानी में बह गया। खरगोन जिला मुख्यालय के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन गई। देवास में सीजन में पहली बार इतनी बारिश हुई कि कई जगह जलजमाव की स्थिति बन गई। शिप्रा नदी भी उफान पर आ गई।
झाबुआ में अनास नदी में रंगपुरा का बैराज ओवरफ्लो हो गया। शाजापुर में लखुंदर, कालीसिंध और चीलर नदी में पानी बढ़ गया। धार जिले में गंधवानी नदी में बाढ़ आ गई है। इंदौर में शुक्रवार देर शाम शुरू हुई बारिश शनिवार दिनभर जारी रही। तेज बारिश के कारण कुलकर्णी भट्टा पुल का एक हिस्सा धंसकर नाले में गिर गया। नाले में जमा मलबे के कारण समीप की बस्ती में जलजमाव हो गया। ब्रिज के नीचे खड़ी एक पोकलेन भी मिट्टी धंसने के कारण दब गई, जिसे निकालने का काम दिनभर चलता रहा। उधर ग्वालियर-चंबल अंचल के मुरैना, श्योपुर और दतिया में दिनभर बादल छाए रहे। हल्की फुहारें आईं वहीं शिवपुरी और भिंड में जोरदार बारिश हुई है। ग्वालियर शहर में दिनभर बादल छाए रहने के बाद शाम को रिमझिम बारिश हुई। बैतूल, रायसेन, सीहोर, गुना और राजगढ़ जिलों में पिछले 24 घंटे से बारिश जारी है। इससे खेतों में कटी रखी सोयाबीन, उड़द और मूंग की फसलें भीग गईं। महाकोशल-विंध्य के कुछ जिलों में शनिवार को बूंदाबांदी हुई। शुक्रवार को जहां जबलपुर और नरसिंहपुर जिले में शाम को तेज बारिश हुई थी। वहीं शनिवार को नरसिंहपुर में रुक-रुक कर बारिश हुई। बालाघाट, जबलपुर में बूंदाबांदी हुई।

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