नई दिल्ली,देश की राजधानी दिल्ली में 15 दिन के भीतर डिप्थीरिया (गलघोंटू) बीमारी से 20 बच्चों की मौत हो गई। वहीं रविवार को 200 एंटी डिप्थीरिया सीरम हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआई) से अस्पताल में पहुंच गई है। सोमवार तक और 300 सीरम पहुंच जाएंगे। इस माह में डिप्थीरिया से पीड़ित 147 बच्चे किंग्सवे कैंप स्थित महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनमें यूपी से 122, दिल्ली से 14 और हरियाणा से 11 बच्चे भर्ती हुए हैं। अस्पताल ने 18 बच्चों की मौत की पुष्टि भी की है। इनमें से 17वीं बच्ची की पहचान ओखला निवासी जोया के रुप में की गई थी। जबकि अस्पताल प्रबंधन ने मरने वाले 18वें बच्चे की पहचान जाहिर नहीं की है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सीरम कसौली से आ चुके हैं। दरअसल, आरोप है कि डिप्थीरिया बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद भी बाद भी महर्षि वाल्मीकि अस्पताल प्रबंधन ने एंटी डिप्थीरिया सीरम नहीं मंगाया। जब जरूरत पड़ी तो डॉक्टर मरीजों को बाहर से लेने की सलाह देने लगे। हालात इतने बिगड़े कि ऊंची दर होने के बाद भी निजी दुकानों से भी सीरम गायब हो गया। अस्पताल प्रबंधन का आरोप था कि कसौली से ही उन्हें सप्लाई नहीं मिल रही है। जबकि कसौली स्थित सीआरआई निदेशक का कहना था कि सूचना देने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन 15 दिन बाद भी सीरम नहीं ले गया। वहीं, अस्पताल में सीरम का टोटा होने की जानकारी दिल्ली नगर निगम को 3 माह से थी।