लंदन,एक नए अध्ययन में दावा किया कि लगभग 14 हजार रुपये खर्च कर आप अपने दिल को सुरक्षित रख सकते हैं। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने कहा है कि नया ब्लड टेस्ट प्रोटीन की जांच करता है। यह प्रोटीन दिल के चारों ओर रक्तचाप और तरल पदार्थ को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब दिल की मांसपेशियों में खिंचाव शुरू होता है तो काफी मात्रा में ब्रेन नाट्रियरेटिक पेप्टाइड (बीएनपी) प्रोटीन निकलता है। नए रक्त परीक्षण में इसी प्रोटीन की जांच की जाती है। अभी जिन लोगों सांस लेने में तकलीफ होती है, पैरों में थकान या सूजन होती है तो उनका परीक्षण किया जाता है।मौजूदा समय में दिल की बीमारी का स्कैन के जरिये पता लगाया जाता है। इस परीक्षण से इतने सटीक नतीजे भी नहीं मिल पाते है। नए टेस्ट में रक्त की जांच में 15 मिनट लगते हैं और तीन दिन में रिपोर्ट भी मिल जाती है। इसके बाद रोगी का उसी हफ्ते से इलाज शुरू किया जा सकता है। यहां आपको बता दें कि ब्रिटेन के 70 लाख लोगों में दस लाख कॉर्डियो वैस्कुलर डिजीज से पीड़ित हैं। दिल की मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से ब्रिटेन में हर तीन मिनट में एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है।इसके अलावा इसमें उच्च रक्तचाप, अनियमित हृदय गति जैसे एट्रियल फाइब्रिलेशन, एनीमिया और जन्म से होने वाली समस्याएं भी शामिल है। लंदन के रॉयल ब्रॉम्प्टन अस्पताल के प्रोफेसर मार्टिन कोवी ने कहा, हम कई सालों से इस पर काम कर रहे थे कि किस तरह से दिल का दौरा पड़ने से पहले ही खून की जांच से पता लगाया जा सके। अब जाकर हमें इसमें सफलता मिली है। यह बहुत ही साधारण टेस्ट है। इसके बाद सही इलाज हो सकता है। नया ब्लड टेस्ट आपके दिल के रोग को समय रहते पहचान लेगा। यह टेस्ट 98 फीसदी तक ज्यादा सटीक जानकारी भी देता है।