नई दिल्ली,भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले लिया है। 32 साल के हो रहे सरदार सिंह पिछले 12 साल से भारतीय हॉकी टीम के स्टार खिलाड़ी बने हुए थे। इस अनुभवी खिलाड़ी ने कहा कि एशियाई खेलों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन न कर पाने के बाद उन्हें अहसास हुआ कि अब युवाओं को जिम्मेदारी देने का समय आ गया है। पिछले कुछ समय से उनका खेल भी पहले जैसा नहीं रहा था। पूर्व कप्तान ने कहा, ‘हां, मैंने अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने का फैसला किया है। मैंने अपने करियर में काफी हॉकी खेली है। 12 साल का समय बहुत लंबा होता है। अब भविष्य की पीढ़ी के जिम्मेदारी संभालने का समय आ गया है।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने चंडीगढ़ में अपने परिवार, हॉकी इंडिया और अपने दोस्तों से सलाह के बाद यह फैसला किया है। मुझे लगता है कि अब हॉकी से आगे के बारे में सोचने का सही समय आ गया है।’ हैरानी की बात यह है कि एशियाई खेलों के दौरान उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक तक खेलने की बात कही थी।
हॉकी इंडिया ने बुधवार को राष्ट्रीय शिविर के लिए 25 सदस्यीय मजबूत कोर ग्रुप की घोषणा की जिसमें उनका नाम शामिल नहीं था। इससे साफ हो गया कि उन्हें संन्यास लेने के संकेत दे दिये गये थे। सरदार ने कहा कि वह शुक्रवार को नई दिल्ली में अपने संन्यास की आधिकारिक घोषणा करेंगे।
सरदार का कैरियर कापफी अच्छा रहा है। इस खिलाड़ी ने पाकिस्तान के खिलाफ 2006 में सीनियर टीम में पदार्पण किया था और इसके बाद से वह टीम के अहम खिलाड़ी बने हुए हैं। इस खिलाड़ी ने देश के लिए 350 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 2008 से लेकर 2016 तक आठ वर्षों तक राष्ट्रीय टीम की कप्तानी भी संभाली। इसके बाद टीम की कमान पी आर श्रीजेश को सौंप दी गई। वर्ष 2008 सुल्तान अजलन शाह कप में टीम की अगुवाई के दौरान वह भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने थे। उन्हें 2012 में अर्जुन पुरस्कार और 2015 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने 2 ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया।राष्ट्रमंडल खेलों की टीम से बाहर किए जाने के बाद इस खिलाड़ी ने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और चैम्पियंस ट्रोफी के लिए शानदार वापसी की जिसमें भारतीय टीम ने रजत पदक जीता।
उम्र के साथ वह थोड़े धीमे जरूर हुए लेकिन सरदार अब भी भारतीय टीम के सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने कहा, ‘इस फैसले के पीछे फिटनेस कारण नहीं है। मैं कुछ और साल तक हॉकी खेलने के लिए पूरी तरह फिट हूं लेकिन हर चीज का समय होता है और मुझे लगता है कि अब मेरे लिए जीवन में आगे बढ़ने का समय आ गया है।’ सरदार ने कहा कि उन्होंने अपना फैसला मुख्य कोच हरेंद्र सिंह को बता दिया है और उन्होंने यह भी कहा कि वह घरेलू सर्किट में हॉकी खेलना जारी रखेंगे। इस खिलाड़ी का करियर विवादों से भी भरा रहा।