बिलासपुर, मरवाही विधायक अमित जोगी की जाति के मामले में आज अजीत जोगी के ममेरे भाई का हाईकोर्ट में प्रतिपरीक्षण हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि कंवर आदिवासियों में नवाखाई का गांव के बाहर शिव मंदिर में होती है। मामले की अगली सुनवाई 27 सितम्बर को होगी।
इसके पहले अजीत जोगी के एक अन्य रिश्तेदार शंकर सिंह ने हाईकोर्ट को बताया था कि कंवर जनजाति में नवाखाई का त्यौहार पारिवारिक कार्यक्रम होता है, जिसमें परिजनों के अलावा कोई और उपस्थित नहीं हो सकता। कंवर जनजाति में नवाखाई मंदिरों में नहीं होता जबकि अजीत जोगी हमेशा नवाखाई मंदिर में करते है। अजीत जोगी ने अपने जाति कंवर होने के पक्ष में जो तर्वâ रखा था। उसमें नवाखाई भी शामिल था। शंकर सिंह ने नेहा जोगी को जानने से भी इंकार कर दिया। उन्होंन कहा कि इस नाम की कोई लडक़ी जोगीसार में नहीं रहती है। नेहा जोगी अमित जोगी की चचेरी बहन है जिसके आधार पर अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र बना था। मामले की अगली सुनवाई 27 सितम्बर को होगी।
बीजेपी की समीरा पैकरा ने मरवाही विधायक अमित जोगी के तीन अलग-अलग जन्म स्थान अमेरिका के टेक्साास, मरवाही के सारबहरा, और एमपी के इंदौर में होने व उनकी जाति को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। और कहा है कि क्या कोई एक आदमी तीन अलग-अलग जगहों पर जन्म ले सकता है। साथ ही समीरा पैकरा ने उनके जाति को भी चुनौती दी है। इसमें कहा गया है कि अमित जोगी आदिवासी नहीं है और आदिवासी बताकर मरवाही से विधायक का चुनाव जीते हैं।