प्रदेश में खेल और शिक्षा की दुर्गति – कमलनाथ

भोपाल,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि शिक्षा और खेल की इस प्रदेश में इतनी दुर्गति हो गयी है कि लोगों को यह भी समझ में नहीं आता कि हम कहां तक घसीटे गये हैं? उन्होंने कहा जिस क्षेत्र में प्रदेश को नंबर वन होना चाहिये था, उसमें तो हुए नहीं, जो शर्म की बातें हैं उन सभी में मध्यप्रदेश नंबर वन है।
कमलनाथ आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के शिक्षा और खेल प्रकोष्ठों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नीतियों में परिवर्तन की आवश्यकता तो है ही उससे पहले व्यवस्था में परिवर्तन की जरूरत है। यहां पर शिवराजसिंह के नेतृत्व में भ्रष्टाचार का एक मैन्युअल बना हुआ है। हर काम के पैसे तय हैं। आपको अब यह रणनीति बनाना है कि सीमित समय में क्या अधिक कर सकते हैं। आज से शिक्षक संघ का प्रत्येक पदाधिकारी संगठित होकर हर हफ्ते की अपनी रणनीति खुद बनाये। सभी शिक्षकों को दायित्व बांटकर यह तय करें किस हुनर से हमें जनता तक भाजपा की ठगने वाली नीतियां पहुंचाना है।
कमलनाथ ने कहा कि आपने शिक्षा और खेल के विकास के लिये जो सुझाव दिये हैं वे तभी संभव हैं जब कांग्रेस की बहुमत से सरकार बने। अब यह आपका काम है कि कांग्रेस की सरकार कैसे बने? इस मायने में आपकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मुझे पूरा भरोसा है कि आपके सहयोग से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार जरूर बनेगी।
पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा ने कहा कि कमलनाथ का मतलब है विश्वास। कमलनाथ का अर्थ है सक्रियता, काम और काम की बात। सभी शिक्षक इस विश्वास को आगे बढ़ाने के लिये पूरी तरह लग जायें।
शिक्षक कांग्रेस अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश में 15 वर्षों में साढ़े पांच लाख शिक्षकों की दुर्दशा का वातावरण बन गया है। पहली बार शिक्षकों का विश्वास जागा है कि कमलनाथ के नेतृत्व में सभी को न्याय मिलेगा।
अन्य सदस्यों ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में किसी खेल संघ को अनुदान नहीं मिला। खेल को अनिवार्य विषय बनाया जाये। खिलाड़ियों का प्लेसमेंट बंद हो गया है, उसे शुरू होना चाहिये। प्रदेश में खेल की नर्सरी समाप्त होने की कगार पर है। हर पंचायत में खेल मैदान बने। इस सरकार ने भोपाल की पहचान हॉकी को बर्बाद कर दिया है। हर विधानसभा क्षेत्र में टूर्नामेंट हों। बैठक में कांग्रेस पदाधिकारीगण चंद्रप्रभाष शेखर और प्रकाश जैन सहित प्रकोष्ठों के अध्यक्ष और सदस्यगण उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *