भोपाल, प्रदेश में बन रहे सिस्टम के कारण बारिश का सिलसिला आने वाले दिनों में जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा कम दबाव का क्षेत्र ऊपरी हवा के चक्रवात में तब्दील होकर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र पर सक्रिय हो गया है। जिसके कारण बारिश हो रही है, इसके अलावा द्रोणिका लाइन का भी असर देखा जा रहा है। 1 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जिसके कारण कई जिलों में तेज बारिश होगी। मौसम विभाग ने गुरुवार को 33 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने अनूपपुर, बालाघाट, बैतूल, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडौरी, हरदा, होशंगाबाद, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, उज्जैन, झाबुआ, रतलाम, कटनी, खंडवा, खरगोन, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सतना, सागर, सिवनी, शहडोल, सीधी, जबलपुर, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। शेष जिलों में रिमझिम बारिश की संभावना है। प्रदेश में लगातार चार सिस्टम सक्रिय रहने से वातावरण में बड़े पैमाने पर आद्रता आ रही है। इससे प्रदेश में कई स्थानों पर बरसात हो रही है। बुधवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक इंदौर में 59.3,उमरिया में 28, सीधी, जबलपुर में 7, मंडला में 5,शाजापुर में 4 मिमी. बरसात हुई। ग्वालियर, भोपाल में बूंदाबांदी हुई।
बरगी के 11 गेट खोले, 9 जिलों में अलर्ट
जबलपुर जिले में हो रही बारिश के कारण बरगी का जलस्तर बढ़ गया है। बुधवार की सुबह इसकी मात्रा 422.60 मीटर से ज्यादा पहुंचने पर 11 गेट खोल दिए गए। पहले 12 बजे सात गेट खोले गए, लेकिन लगातार पानी की बढ़ोतरी को देखते हुए दोपहर बाद 2 बजे 4 गेट और खोल दिए गए। जिससे 1160 क्यूमेक पानी छोड़ा गया। इससे पहले 25 जुलाई व 14 अगस्त को गेट खोले गए थे। वहीं, नर्मदा नदी के नरसिंहपुर, होशंगाबाद सहित सभी तटीय 9 जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है, क्योंकि ज्यादा बारिश की स्थिति में गेट की ऊचाई व संख्या को बढ़ाया भी जा सकता है। बरगी के गेट खोले जाने से शाम 6 बजे तक ग्वारीघाट, भेड़ाघाट, तिलवारा घाट में जलस्तर बढ़ गया। डैम के जलग्रहण क्षेत्र में आने वाले गांव में भी नाव चलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।