रायपुर, गोलबाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत वन विभाग ने अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर जंगली जानवरों के अवशेष बरामद किए हैं। वन विभाग ने गोलबाजार के दो दुकानों में छापेमारी कर दो लोगों से प्रतिबंधित जानवरों के अवशेष बरामद किए हैं। इन अवशेषों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवा बनाने के उपयोग में किया ही जाता था। अरोपी जानवरों के इन अवशेषों को जादू-टोना के नाम पर भी बेचा करते थे।
वन विभाग को कुछ दिनों से प्रतिबंधित जंगली जानवरों के अवशेष की बिक्री होने की सूचना मिल रही थी। इसी सूचना पर रायपुर के गोलबाजार क्षेत्र में वन विभाग ने दो दुकान में छापेमारी की। इस मामले में रत्नेश गुप्ता और दुर्गा प्रसाद शिवकुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। बरामद किये गये जानवरों के अवशेषों की कीमत लगभग 8 से 10 करोड़ रुपये आंकी गई है। जिन सामानों को जब्त किया गया है उनमें मानिटर लिजार्ड, सियार की खोपड़ी, पीसेन,जंगली बिल्ली की पित्त की थैली और हत्ता जोड़ा, इन्द्र जाल सहित अन्य समान है।