लखनऊ,उत्तर प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। जिसके चलते सूबे के विभिन्न हिस्सों में रविवार को कहीं रुकरुक कर तो कहीं लगातार बूंदाबादी एवं तेज बारिश का दौर नए सिरे से शुरु हो गया है। बीते 24 घंटों में भी राज्य के अनेक हिस्सों में बारिश हुई। इस दौरान बारिश के कारण हुए हादसों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गयी। इनमें से तीन लोगों बस्ती में तथा एक-एक कन्नौज व मुजफ्फरनगर की जान गयी है। वहीं बारिश के कारण सैकड़ों की संख्या में मकान क्षतिग्रस्त हो गये।
इस बीच, आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अनेक हिस्से मानसूनी बारिश हुई। इस अवधि में बहराइच जिले के नानपारा में सबसे ज्यादा 10 सेंटीमीटर वर्षा हुई। वहीं भटपुरवाघाट, नरैनी और बदायूं में नौ-नौ, कायमगंज में आठ, फतेहगढ़, रामनगर, सम्भल, बरेली, बुढ़ाना तथा नजीबाबाद में सात-सात सेंटीमीटर और शारदानगर, सिधौली, बनी, सिरौली गौसपुर और सहसवान में छह-छह सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी। बारिष के कारण पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली है। अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने का अनुमान है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है। उधर, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या और तुर्तीपार (बलिया) में अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके अलावा शारदा नदी का भी जलस्तर पलियाकलां में लाल चिह्न के पार बना हुआ है। वहीं कई एकड़ जमीन कटान के चलते जलमग्न हो गयी हैं।