राहुल गांधी संभाल सकते हैं लोकसभा में कांग्रेस के नेता का पद ?

नई दिल्ली,क्या राहुल गांधी होंगे लोकसभा में कांग्रेस के नेता, इस बात को लेकर कयास तेज हो गए हैं। अभी मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में पार्टी के नेता हैं। लेकिन आज ही उन्हें पार्टी ने महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया है इससे लगता है कि लोकसभा में नेता की जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है। इसी वजह से ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि खड़गे के बाद कौन? जवाब में जो सबसे बड़ा नाम है वो खुद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का है।
जानकारी के अनुसार पार्टी के कई नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी लोकसभा में कमान संभालें। हालांकि इस पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसकी संभावना कम है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर पार्टी की जिम्मेदारी है और उन्हें लगातार दौरे करने होते हैं। ऐसे में राहुल ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अलग से नहीं लेना चाहेंगे। जानकारी के अनुसार राहुल वैसे भी एक नेता एक पद के समर्थक हैं।
लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता के लिए दूसरा नाम है ज्योतिरादित्य सिंधिया का। सिंधिया फिलहाल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बनी कैम्पेन कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। सिंधिया कांग्रेस के अच्छे वक्ताओं में से गिने जाते हैं। जाहिर है उनके लोकसभा में नेता बनने से कांग्रेस को अपनी बात सदन में उठाने और लोगों तक पहुंचाने में आसानी होगी। सूत्रों के मुताबिक सिंधिया राहुल के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में उनकी संभावना काफी ज्यादा है। लेकिन सिंधिया के खिलाफ ये बात जाती है कि आनेवाले दिनों में मध्यप्रदेश में चुनाव हैं। जाहिर है सिंधिया की व्यस्तता राज्य के चुनाव में रहेगी। यानी राहुल और सिंधिया दोनों के अलावा किसी तीसरे नाम की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। देखना है कि राहुल गांधी लोकसभा में किसे पार्टी की कमान सौंपते हैं? सवाल ये भी है कि क्या बदलाव होता भी है या नहीं! सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या राहुल ये कमान खुद संभालेंगे? लोकसभा में कांग्रेस के पास 48 सांसद हैं। कांग्रेस सबसे बड़ा विपक्षी दल है। हालांकि लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता को नेता विपक्ष का दर्जा हासिल नहीं है क्योंकि उनके पास इसके लिए जरूरी न्यूनतम 55 (10 प्रतिशत) सदस्य नहीं हैं। मौजूदा लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस दल के नेता हैं। उनको बरकरार रखे जाने के पीछे ये तर्क दिया जा रहा है कि राज्य सभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद उत्तर प्रदेश के प्रभारी भी हैं।

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