मैड्रिड,कप्तान रानी रामपाल और गुरजीत कौर के दो-दो गोलों की सहायता से भारत ने पांचवें व अंतिम मैच में स्पेन को 4-1 से हरा दिया। इसी के साथ दोनो देशों के बीच पांच मैचों की श्रृंखला 2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई है। अंतिम मैच में भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत कर शुरू से ही स्पेन पर हमले बोले। इस मैच में गेंद ज्यादातर समय भारत के पास ही रही। कप्तान रानी रामपाल ने मैच के 33वें और 37वें मिनट में दो गोल किये जबकि डिफेंडर गुरजीत ने 44वें और 50वें मिनट में पेनल्टी कार्नर को गोल में बदल कर भारत को 4-0 की बढ़त दिला दी। वहीं मैच समाप्त होने से कुछ क्षण पहले स्पेन की लोला रिएरा ने 58वें मिनट में टीम के लिए एकमात्र गोल किया।
भारतीय टीम को अपने आक्रमक खेल का फायदा मिला और उसे शुरूआती पांच मिनट में ही दो पेनल्टी कार्नर मिल गये पर भारतीय टीम इन्हें गोल में नहीं बदल पाई। भारतीय टीम ने दूसरे क्वार्टर में भी गोल करने के प्रयास किये पर स्पेनिश गोलकीपर रूइज ने इन्हें विफल कर दिया। स्पेन के खिलाड़ी पहले दो क्वार्टर में गोल नहीं कर पाये। वहीं तीसरे क्वार्टर में भारतीय खिलाडिय़ों ने अच्छा तालमेल दिखाया। 33वें मिनट में मिडफील्डर नमिता तोप्पो के पास को रानी ने गोल में बदलकर अपनी टीम की ओर से पहला गोल किया।
चार मिनट बाद ही 23 वर्षीय रानी ने एक और गोलकर टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया। इसके बाद 44वें मिनट में टीम को पेनल्टी कार्नर मिला जिसे गुरजीत ने गोल में बदल दिया। इस क्वार्टर में यह टीम का यह तीसरा गोल था। अंतिम क्वार्टर में भी भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया और शुरूआती पांच मिनट में टीम दो पेनल्टी कार्नर मिल गये। पहला पेनल्टी कार्नर असफल रहा पर दूसरे में गुरजीत ने गोल कर भारत की बढ़त को 4-0 कर दिया। इसके बाद भारतीय टीम रक्षात्मक खेल खेलने लगी और स्पेन को गेंद से दूर रखने का प्रयास करने लगी। 58वें मिनट में स्पेनिश टीम की ओर से लोला रिएरा ने पेनल्टी कार्नर पर गोल कर अपनी टीम का खाता खोला पर तब तक काफी देर हो गयी थी और भारत ने अजेय बढ़त हासिल कर ली थी।