नई दिल्ली,भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा है कि अब यो-यो टेस्ट में सफल होने पर ही खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय टीम में जगह मिलेगी। हाल ही में टेस्ट टीम में शामिल तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और एकदिवसीय टीम के लिए चुने गए अंबाती रायुडू भी यो-यो टेस्ट में विफल हो गए थे। उसी के बाद बोर्ड को असहज हालातों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय टीम के लिए चुने गए इन खिलाडिय़ों के अलावा इंग्लैंड दौरे के लिए चुने गए भारत ए के खिलाड़ी संजू सैमसन भी इस टेस्ट में असफल रहे थे।
इस मुद्दे पर क्रिकेट प्रशासकों की समिति की बैठक में चर्चा की गयी जिसमें सीओए प्रमुख विनोद राय, डायना इडुल्जी, बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी और क्रिकेट संचालन के महाप्रबंधक सबा करीम उपस्थित थे। इसके बाद बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘आगे से खिलाडिय़ों का चयन फिटनेस टेस्ट में सफल होने के बाद ही किया जाएगा। इंग्लैड दौरे के लिए टीम का चयन आईपीएल के दौरान हुआ था, इसलिए खिलाड़ी चयन के बाद फिटनेस टेस्ट के लिए उपलब्ध हुए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘चयन के बाद टेस्ट होने से खिलाड़ी असहज स्थिति में आ जाते है और आगे से ऐसा नहीं होगा।’’ रायुडू ने आईपीएल में दमदार प्रदर्शन के बल पर एकदिवसीय टीम में वापसी की थी लेकिन बोर्ड द्वारा फिटनेस के लिए तय मानकों पर वह खरे नहीं उतरे और उनकी जगह इंग्लैंड दौरे पर होने वाली एकदिवसीय श्रृंखला के लिए टीम में सुरेश रैना को शामिल किया गया है।
वहीं शमी भी यो-यो टेस्ट में सफल नहीं हो सके और अफगानिस्तान टेस्ट के लिए टीम में उनकी जगह दिल्ली के तेज गेंदबाज नवदीन सैनी को शामिल किया गया था। शमी को अपनी फिटनेस साबित करने का एक और मौका मिलेगा।